Dhanbad News : पूर्वी झरिया क्षेत्र की भौंरा फोर ए पैच आउटसोर्सिंग परियोजना में गिर कर मरे संतोष हांसदा का शव गुरुवार को तीसरे दिन भी नहीं उठा. घटनास्थल पर शव को फ्रीजर में रख कर परिजन व ग्रामीण टेंट लगाकर बैठे हुए है. मृतक के परिजन 10 लाख मुआवजा देने की मांग पर अड़े हैं. उनका कहना था कि मौत माइंस में हुई है, इसलिए मुआवजा 10 लाख दिया जाये. इस मुद्दे पर बुधवार को वार्ता विफल हो गयी थी. वहीं परियोजना पदाधिकारी बीके पांडेय का कहना था कि युवक की मौत कहीं और हुई थी. लेकिन साजिश के तहत मुआवजा के लिए शव यहां लाकर रख कर काम बंद कर दिया गया. गुरुवार से सी टू पैच व ट्रांसपोर्टिंग का कार्य चालू हो गया है. इधर, प्रबंधन द्वारा बिना फैसला हुए काम चालू करने से ग्रामीणों में नाराजगी देखी गयी. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भौंरा ओपी प्रभारी सुमन सौरभ धरनास्थल पर नजर बनाये हुए हैं. आउटसोर्सिंग के निदेशक कुंभनाथ सिंह ने कहा कि कुछ लोगों का ब्लैकमेलिंग करने का धंधा बन गया है.ऐसी स्थिति में परियोजना चलाना मुश्किल हो गया है.
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