Dhanbad News : मंगलवार को कुजामा साइडिंग में बीसीकेयू के सदस्यों के बीच ही आंदोलन को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है, जिससे स्थिति तनावपूर्ण है. बताया जाता है कि बीसीकेयू में राजनीतिक पार्टी माकपा और भाकपा माले के सदस्य हैं. मंगलवार को माले का झंडा गाड़ कर कोयला ट्रांसपोर्टिंग ठप करा दी गयी है. सूचना पर दोनों पक्षों के मजदूर मौके पर जुट गये. इसी दौरान गोली चलने की अफवाह से सनसनी फैल गयी. घनुडीह ओपी प्रभारी पंकज कुमार व तिसरा पुलिस पहुंची, उसके बाद मामला नहीं बिगड़ी. बताया जाता है कि माले सह बीसीकेयू नेता राजेंद्र पासवान व बीसीकेयू के कुंदन पासवान के बीच तू-तू, मैं-मैं हुई. क्या है विवाद : बीसीकेयू के कुजामा शाखा उपाध्यक्ष कुंदन पासवान ने बताया कि कोयला ट्रांसपोर्टिंग में चार यूनियनों और एक राजनीतिक पार्टी के बीच पहले से मजदूर देने पर समझौता हुआ था. उनमें जमसं (कुंती गुट) व जमसं (बच्चा गुट) , जनता श्रमिक संघ, बीसीकेयू और भाकपा माले शामिल हैं. समझौते के अनुसार सभी को बराबर-बराबर 20 प्रतिशत का बंटवारा तय था, लेकिन अब राजेंद्र पासवान विस्थापित होने का हवाला देते हुए 10 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी की मांग करने लगे हैं, जो रंगदारी की श्रेणी में आती है. यह अनुचित है.
राजेंद्र पासवान का पक्ष
: बीसीकेयू के केंद्रीय सचिव राजेंद्र पासवान ने कहा कि वे और उनके साथी विस्थापित हैं, विस्थापन के समय तय हुआ था कि बीसीकेयू के हिस्से से 20 प्रतिशत का बंटवारा विस्थापित परिवारों और संगठन के बीच होगा. उनका कहना है कि विस्थापित लोग भी बीसीकेयू के साथ जुड़े रहे हैं, इसलिए उनका हक बनता है.स्थिति तनावपूर्ण, पुलिस अलर्ट : यूनियनों के बीच हिस्सेदारी की इस खींचतान से ट्रांसपोर्टिंग फिलहाल प्रभावित है. हालांकि पुलिस की सतर्कता से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है. लेकिन हालात अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

