घर में अपने परिवार के साथ महेंद्र ठाकुर. Dhanbad News: गोल्डेन पहाड़ी के महेंद्र ठाकुर के 40 दिनों बाद घर लौटने से जश्न का माहौल झरिया. प्रयागराज महाकुंभ में बिछड़े गोल्डेन पहाड़ी निवासी महेंद्र ठाकुर के 40 दिनों बाद घर लौटने से उसके घर में जश्न माहौल है. 40 दिनों तक उसने किन-किन परिस्थितियों का सामना किया, उसकी आपबीती बुधवार को सुनायी. उसने बताया कि 15 फरवरी को कुंभ में पत्नी से बिछड़ने के बाद प्रयागराज से 500 किमी दूर झांसी पहुंच गये थे. उसके पास ना मोबाइल था और ना ही पैसे. 40 दिनों तक भीख मांग कर गुजारा किया. झांसी के ललितपुर में सड़क बनाने वाली एक कंपनी ने उसकी मदद की. महेंद्र के पास एक छोटी सी डायरी थी. उसमें झरिया के एक पहचान के व्यक्ति का नंबर था. उसे सूचना दी. महेंद्र ठाकुर घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य है. वह नाई का काम कर परिवार का भरण पोषण करता है. उसे दो पुत्र नंदकिशोर ठाकुर, शुभम ठाकुर, लाली देवी, संयोगिता देवी आदि हैं. महेंद्र घर लौटने के बाद रिश्तेदारों व परिचितों का तांता लगा हुआ है.
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