करकेंद में फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंटों द्वारा जबरन सचिन यादव की बाइक पकड़ने पर जमकर हंगामा हुआ. पासी धौड़ा के रिकवरी एजेंट समर्थकों ने रात आठ बजे करीब 20 की संख्या में करकेंद खटाल पर पथराव कर दिया. करीब आधा घंटे तक खटाल के खपरैल घरों पर पत्थर बरसते रहे. इससे भगदड़ मच गयी. महिलाओं व बच्चों ने दूर दूसरे घरों में पनाह ली. पत्थरबाजी से अर्जुन यादव, सूरज यादव, जितेंद्र यादव, मिथलेश यादव, अरुण यादव, रणजीत यादव की छत क्षतिग्रस्त हो गयी. घटना की खबर मिलते ही पुटकी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर वकार हुसैन पुलिस टीम के साथ खटाल पहुंचे व स्थिति को नियंत्रित किया. वह पीड़ितों से भी मिले. इसके पूर्व सभी हमलावर भाग चुके थे.
बाइक को पकड़ने के बाद बढ़ा विवाद :
बताया जाता है कि सचिन की बाइक की किस्त बाकी होने के नाम शनिवार की शाम करीब चार बजे फाइनेंस कंपनी के निजी रिकवरी एजेंटों ने बाइक पकड़ ली. बाइक सचिन के भाई के नाम से रजिस्टर्ड है. सचिन ने कहा कि बाइक की किस्त बाकी नहीं है. रिकवरी एजेंट नहीं माने. सचिन ने कहा कि रवि, मोनू जबरन दो हजार रुपये की मांग करने लगे व अभद्र व्यवहार भी किया. इसपर विवाद बढ़ गया. उसके साथी की पिटाई कर दी. झगड़ा व मारपीट करकेंद हटिया मन्दिर के पास होने के बाद विवाद गहरा गया. इसके बाद पासी धौड़ा के युवकों ने खटाल पर पथराव कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

