Dhanbad News : पंजाब में पार्किंग के एक विवाद में मारे गये साइंटिस्ट अभिषेक स्वर्णकार के कतरास बाजार राजबाड़ी रोड सोनार कुल्ही स्थित उनके पैतृक घर में मातम पसरा हुआ है. माता-पिता वहीं रहते हैं. पिता हमेशा बीमार रहते हैं. घटना की खबर पाकर चाचा मनोहर स्वर्णकार चंडीगढ़ अपने भाई के पास चले गये हैं. गुरुवार को दिवंगत का अंतिम संस्कार मोहाली में हो गया.
परिजनों के यहां नहीं जला चूल्हा
: इधर, कतरास राजबाड़ी स्थित आवास में मृतक के दादा एसबीआई के सेवानिवृत्त प्रबंधक लक्ष्मी सोनार, फुआ शीला देवी, चाची गिन्नी देवी, चचेरा भाई घर में हैं. घर में चूल्हा नहीं जला है. आसपास के लोग चाय पानी लाकर दे रहे हैं. मोहल्ले में होली की कोई रौनक नहीं है. मृतक के आवास के आसपास दर्जनों स्वजातीय लोग रहते हैं. मोहल्ले में होली की खुशी मातम में बदल गयी है. घटना से आसपास के लोग हतप्रभ हैं. पूरे कतरास में इसकी चर्चा हो रही है. मृतक अपने परिवार का होनहार युवक था. माता-पिता की जिम्मेदारी उसके कंधे पर थी. अस्वस्थ होने के बावजूद हर काम बड़ी जवाबदेही से करता था. परिवार के लोगों को उस पर काफी गर्व था. इधर, घटना की सूचना पाकर कतरास के कई प्रबुद्ध लोगों ने उनके घर जाकर परिवार के लोगों को ढाढ़स बांध रहे हैं. मृतक का पोस्टमार्टम हो गया है. दाह-संस्कार मोहाली में ही होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है