धनबाद : महाशिवरात्रि के अवसर पर धनबाद जिले के पूर्वी टुंडी प्रखंड स्थित सोनापानी बूढ़ा शिव महादेव मंदिर में बुधवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी है. यह मंदिर सुदूर पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है. खास बात ये है कि इस मंदिर में कोई पुजारी नहीं है. श्रद्धालु खुद से ही इस मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं.
पांडवों ने कराया था मंदिर का निर्माण
धनबाद के सोनापानी बूढ़ा शिव महादेव मंदिर का निर्माण महाभारत काल में पांडवों ने कराया था. नक्काशीदार पत्थर और पत्थरों पर लिखित ऐतिहासिक लिपि यह पुष्टि करता है कि इसका निर्माण पुरातत्व काल में हुआ था. कभी इस जगह तक पहुंचने के लिए अच्छी सड़क बनी हुई थी. लेकिन फिलहाल यह प्रशासन और नेताओं की उदासीन रवैये के कारण खत्म हो गया है. एकीकृत बिहार के समय टुंडी के विधायक रह चुके सत्यनारायण दुदानी ने उक्त जगह को ऐतिहासिक मानते हुए यहां की मिट्टी को भू-वैज्ञानिकों द्वारा पुरातत्व विभाग के पास जांच के लिए भेजवाया था. इसके बाद की रिपोर्ट किसी को नहीं मिली.
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