Dhanbad News: हैदराबाद में आयोजित संगोष्ठी में दर्ज की मजबूत उपस्थिति
Dhanbad News: हैदराबाद में आयोजित ‘क्रिटिकल मिनरल मिशन’ सेमिनार में देशभर के सात उत्कृष्टता केंद्रों (सीओइ) के निदेशक और सीइओ शामिल हुए. इनमें आइआइ़टी आइएसएम की ओर से निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा और उपनिदेशक प्रो धीरज कुमार ने संस्थान का प्रतिनिधित्व किया. मुख्य अतिथि केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी थे. उन्होंने सेमिनार में खनिज क्षेत्र में आत्मनिर्भरता, निवेश आकर्षण और तकनीकी उन्नति की आवश्यकता पर जोर दिया.उत्कृष्टता केंद्र बनने का महत्व
आइआइटी आइएसएम को अगस्त 2025 में राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन (एनसीएमएम) के अंतर्गत उत्कृष्टता केंद्र के रूप में मान्यता मिली थी. इसके साथ ही, देश के चार आइआइटी आइएसएम धनबाद, बॉम्बे, हैदराबाद, रुड़की तथा तीन प्रमुख अनुसंधान संस्थान (सीएसआइआर-आइएमएमटी भुवनेश्वर, सीएसआइआर-एनएमएल जमशेदपुर और एनएफटीडीसी हैदराबाद) को यह दर्जा प्रदान किया गया. इस मान्यता के बाद आइआइटी आइएसएम न केवल खनिजों में अनुसंधान और तकनीकी नवाचार का केंद्र बना है, बल्कि यह रक्षा, इलेक्ट्रॉनिक्स, स्वच्छ ऊर्जा और अंतरिक्ष जैसे रणनीतिक क्षेत्रों की आपूर्ति शृंखला को भी मजबूत करेगा.संगोष्ठी में हुई गहन चर्चा
सेमिनार में चार तकनीकी सत्र हुए. इसमें खनिजों के प्रसंस्करण और शोधन के लिए स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को विकसित करने पर जोर दिया गया. उत्कृष्टता केंद्रों और उद्योग जगत के बीच सहयोग बढ़ाने, अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) की दिशा तय करने और पायलट संयंत्रों तक नवाचारों को पहुंचाने पर सहमति बनी. आइआइटी आइएसएम ने अपने शोध, तकनीकी उपलब्धियों और भावी योजनाओं को विस्तार से प्रस्तुत किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

