Dhanbad News: तोपचांची प्रखंड के मध्य विद्यालयों में शिक्षकों का घोर अभाव है. संस्कृत व अंग्रेजी की पढ़ाई भगवान भरोसे हो रही है. कहीं हिंदी के शिक्षक संस्कृत पढ़ा रहे हैं, तो कहीं बच्चे गाइड के भरोसे संस्कृत की पढ़ाई कर रहे हैं. तोपचांची प्रखंड में कुल 56 मध्य विद्यालय है. इसमें कक्षा छह में 1809, कक्षा सात में 1988 तथा कक्षा आठ में 2048 विद्यार्थी नामांकित हैं. विद्यार्थियों को संस्कृत पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं है. अंग्रेजी के शिक्षक कुछ ही विद्यालयों में है. विद्यालय के अन्य शिक्षक अपने अनुभव या पुस्तक का सहारा लेकर विद्यार्थियों को संस्कृत तथा अंग्रेजी पढ़ा रहे हैं. मध्य विद्यालय के लिए 2015 में भाषा, विज्ञान तथा कला विषय के शिक्षकों की बहाली हुई थी. इसमें अंग्रेजी तथा संस्कृत के शिक्षकों की तोपचांची प्रखंड में नियुक्ति नहीं हुई.
क्या कहते हैं विद्यार्थी
मध्य विद्यालय गुनघसा के विद्यार्थियों ने बताया कि विद्यालय में शिक्षकों की घोर कमी है. हमलोग गाइड के सहारे संस्कृत विषय की पढ़ाई करते हैं. खेसमी गांव के बच्चों ने बताया कि हिंदी पढ़ाने वाली मैडम ही संस्कृत पढ़ाती हैं. चैता गांव के बच्चों ने बताया कि सभी शिक्षक सभी विषय पढ़ाते हैं.अंग्रेजी व संस्कृत शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई : राकेश लाल
अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के तोपचांची-1 प्रखंड अध्यक्ष राकेश लाल का कहना है कि विद्यालयों हिंदी तथा उर्दू के शिक्षक हैं. अंग्रेजी तथा संस्कृत के शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई है. दूसरे विषय के शिक्षक अनुभव के आधार पर अंग्रेजी व संस्कृत पढ़ाते हैं.भाषा शिक्षक को ही अंग्रेजी व संस्कृत पढ़ाना है : बीइइओ
इस संबंध में तोपचांची-1 के बीइइओ विनोद प्रसाद महतो ने बताया कि मध्य विद्यालयों में भाषा शिक्षक की बहाली होती है. भाषा शिक्षक को ही अंग्रेजी और संस्कृत पढ़ाना हैडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

