धनबाद.
श्री श्री दुर्गा पूजा समिति मटकुरिया में इस साल पूजा का 49वां आयोजन होगा. समिति की ओर से इस बार ग्रामीण परिवेश के दृश्य पर पंडाल को सजाया जा रहा है. समिति के अध्यक्ष नितिन भट्ट ने बताया कि इस बार ग्रामीण परिवेश को पंडाल के बाहर व अंदर दर्शाया जा रहा है. कैसे गांव में जीवन बसता है. झोपड़ी में खुशियां चहकती है. पनघट, चौपाल, खेलते बच्चे आदि के जीवंत दृश्य बनाये जा रहे हैं. आकर्षक विद्युत सज्जा की जा रही है. यहां सप्तमी से नवमी तक मां की पूजा खास होती है. षष्ठी को मां के दरबार के पट खोल दिये जाते हैं. सप्तमी से नवमी तक मां का भोग वितरित किया जाता है.20 लाख है पूजा का बजट
इस बार समिति की ओर से पूजा पर बीस लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं. पंडाल में साढ़े तीन लाख, लाइट में साढ़े सात लाख, शेष राशि भोग, ढाकी, पुजारी, पूजन सामग्री आदि में खर्च होगी.धुनुची नृत्य होगा खास
यहां सप्तमी से नवमी तक महिलाओं व युवतियों द्वारा धुनुची नृत्य किया जायेगा. अंबे मां को धुनुची नृ्त्य बहुत प्रिय है. षष्ठी पूजा से ही ढाकी पंडाल पहुंचकर ढाक बजाकर मां को जागृत करते हैं. मां को पंडाल में बिराजने के लिए आवाहन करते हैं.महाअष्टमी को होती है कन्या पूजन
यहां कन्या पूजन भी खास होता है. महाअष्टमी के दिन नौ कुंवारी कन्याओं का पूजन समिति के सदस्य व पूजा के यजमान करते हैं. कुंवारी कन्याओं का पूजन मां के नौ रूपों में किया जाती है. उनके चरण पखार कर उनकी पूजा की जायेगी. उन्हें हलवा, पूरी चना का भोग लगाया जायेगा. उपहार देकर चरण स्पर्श किया जायेगा.मटकुरिया छठ तालाब में विसर्जित की जाती है प्रतिमा
दसमी पूजा के दिन मां की प्रतिमा मटकुरिया छठ तालाब में विसर्जित की जाती है. इससे पहले सुहागिनों द्वारा सिंदूर खेला किया जाता है. इस अवसर पर सुहागिनें अंबे मां की मांग पर सिंदूर भरकर उनसे सदा सुहागन रहने के लिए आशीष मांगती हैं. उनका मुंह मीठा कराकर जल अर्पित किया जाता है और भूल-चूक की माफी मांगी जाती है. अगले साल जल्दी आने की प्रार्थना के साथ विदायी दी जाती है.ये हैं समिति के सदस्य
अध्यक्ष नितिन भट्ट, सचिव नरेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष बाबू मंजीत सिंह, वरीय उपाध्यक्ष मोहन सिंह छावड़ा, उपाध्यक्ष राजेश प्रसाद, नरेश कुमार, शंकर कुमार, रामप्रवेश दुबे, हंसनाथ सिंह, ओम प्रकाश बरनवाल, प्रमोद लाला, नरेंद्र कुमार, राम उजागर यादव, लक्ष्मीकांत चावड़ा आदि.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

