Dhanbad News : झरिया थाना अंतर्गत कतरास मोड़ स्थित पेट्रोल पंप के समीप मंगलवार को गैंगवार में बाइक सवार अपराधियों द्वारा छपरा निवासी प्रेम यादव की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी थी. हत्या मामला में बुधवार को मृतक के पिता सुनील राय ने झरिया थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी. जिसमें रोहित सिंह, रमन पांडेय, सुजीत राय, रबय राय सहित आठ लोगों पर हत्या व आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कांड संख्या 318-25 अंकित किया है. पुलिस ने इस मामले में दो लोगों से झरिया थाना में पूछताछ कर रही है.
फॉरेंसिंक टीम ने लिया मिट्टी, ब्लड का सैंपल
इधर, बुधवार को रांची से आयी फॉरेंसिक विभाग की टीम ने घटनास्थल से कई नमूने लिये. फॉरेंसिक विभाग की चार सदस्यीय टीम ने झरिया थाना पहुंच कर सिंदरी अंचल के एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम से घटना के बारे में जानकारी ली. उसके बाद केस के अनुसंधानकर्ता सौरव कुमार के साथ घटनास्थल पहुंची. वहां ब्लड व आसपास की मिट्टी का सैंपल लिया. खोखा की जांच की. टीम कई साक्ष्य अपने साथ ले गयी. पुलिस सूत्रों के अनुसार कतरास मोड़ से एक युवक व अन्य स्थानों से छापेमारी कर दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पुलिस हत्याकांड में शामिल अपराधियों की भी तस्वीर भी सीसीटीवी फुटेज से निकाल चुकी है. उसके आधार पर रणनीति बनायी जा रही है. सीसीटीवी फुटेज में जिस रंग की बाइक देखी जा रही है. उसी रंग की एक अज्ञात बाइक घनुडीह ओपी क्षेत्र से बरामद की गयी है. हालांकि पुलिस फिलहाल कुछ भी बताने से परहेज कर रही है.
छपरा के अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह घटना पुरानी रंजिश और गैंगवार का नतीजा है. बिहार के शूटरों ने घटना को अंजाम दिया है. अभी तक जितने भी साक्ष्य मिले हैं उससे लगता है कि सभी अपराधी बिहार के हैं. पुलिस की एक टीम बिहार रवाना हो गयी है और छपरा व आसपास के जिला में ताबड़तोड़ छापामारी कर रही हैं. यहां की पुलिस बिहार पुलिस के संपर्क में है.बॉक्सपोस्टमार्टम के बाद पिता को सौंपा गया प्रेम का शव
झरिया के कतरास मोड़ के समीप अपराधियों की फायरिंग में मारे गये छपरा निवासी प्रेम कुमार यादव का शव पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को उसके परिजनों को सौंप दिया गया. शव लेने प्रेम कुमार यादव के पिता सुनील राय पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे थे. वह बेटे का शव देख चीत्कार करने लगे. उन्होंने बताया कि वह झरिया में ट्रांसपोर्टिंग का काम करते हैं. काम के सिलसिले में कुछ दिनों से उनका बिहार आना-जाना लगा रहता था. इसी को लेकर उन्होंने छपरा के फुलवरिया गांव से अपने बेटे प्रेम को कामकाज देखने के लिए एक माह पहले ही धनबाद बुलाया था. वह उनके झरिया स्थित घर में ही रहकर कामकाज देखता था.झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया था बेटे को : पितापिता ने बताया कि उसका बेटा प्रेम कुमार यादव समाजसेवी था. वह एक राजनीतिक पार्टी से जुड़कर समाज का कामकाज करता था. उन्होंने बताया कि विपक्षी राजनीतिक पार्टी के कुछ नेताओं ने साजिश के तहत उसे हत्या के झूठे मुकदमे में फंसा दिया था. उक्त मामला न्यायालय में विचाराधीन है. कहा कि दो अक्तूबर यानी विजय दशमी के दिन प्रेम सुबह 11 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक रावण दहन में था. उसका सीसीटीवी फुटेज मोहड़ा के डीएसपी को दिया था. इसके बाद भी राहुल पांडेय व सूरज पांडेय की हत्या में उसका नाम घसीटा जा रहा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

