Dhanbad News: उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर धनबाद जिला प्रशासन ने दी जमीन
Dhanbad News: शोभित रंजन, धनबाद.
धनबाद को एजुकेशन हब बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ा है. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा महिला टेक्निकल यूनिवर्सिटी के लिए जमीन की मांग की थी. जिला प्रशासन ने जमीन की पहचान कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर राज्य मुख्यालय को भेजी थी. विभागीय समीक्षा के बाद बुधवार को बलियापुर अंचल के सवाईगढ़ा मौजा में कुल 29.91 एकड़ भूमि विभाग को हस्तांतरित कर दी गयी. जमीन हस्तांतरित होने के साथ ही महिला टेक्निकल यूनिवर्सिटी की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है. यह कदम न केवल शिक्षा में नयी संभावनाएं खोलेगा, बल्कि धनबाद की शैक्षणिक पहचान मजबूत होगी.बलियापुर के सवईगाढ़ा मौजा में आवंटित की गयी है जमीन
बताया जाता है कि सवईगढ़ा मौजा के खाता संख्या 38 के विभिन्न प्लॉटों को मिलाकर कुल 29.91 एकड़ जमीन हस्तातंरित की गयी है.
जमीन चयन की प्रक्रिया में डीसी का विशेष निर्देश
डीसी आदित्य रंजन की पहल पर प्रशासन ने विशेष टीम गठित कर विस्तृत सर्वे कराया. योजना उपयुक्त जमीन नहीं मिलने के कारण आगे नहीं बढ़ पा रही थी. तैयार की गयी रिपोर्ट में भूमि की स्थिति, उपलब्धता और राजस्व अभिलेखों को स्पष्ट रूप से शामिल किया गया था.
तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में खुलेंगे नये अवसर
यह यूनिवर्सिटी धनबाद की हजारों छात्राओं के लिए तकनीकी शिक्षा का बड़ा केंद्र बनेगी. अब इंजीनियरिंग व तकनीकी कोर्स करने के लिए उन्हें बेंगलुरु, पुणे या अन्य महानगरों और शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा. यह कदम जिले की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका देगा. यूनिवर्सिटी खुलने से धनबाद में शिक्षा के साथ-साथ रोजगार के नये अवसर मिलेंगे. निर्माण कार्य से लेकर स्थायी स्टाफ तक बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके साथ ही आसपास के क्षेत्रों में परिवहन, आवास, किताब व स्टेशनरी कारोबार, कोचिंग संस्थान और अन्य सेवाओं की मांग बढ़ेगी.
रांची की टीम करेगी स्थल निरीक्षण
भूमि हस्तांतरण के बाद अब विभागीय टीम जल्द स्थल निरीक्षण करेगी. निरीक्षण के बाद डीपीआर तैयार की जायेगी और निर्माण की औपचारिक शुरुआत होगी. जिला प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि शिक्षा से जुड़ी सभी प्रमुख योजनाएं तेजी से धरातल पर उतरेंगी.
बोले उपायुक्त
महिला तकनीकी विवि खुलने से स्थानीय छात्राओं को तकनीकी शिक्षा का बड़ा अवसर मिलेगा. अब उन्हें पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. यह परियोजना धनबाद को शिक्षा के क्षेत्र में नयी पहचान देगी और भविष्य में रोजगार व विकास के नये मार्ग खोलेगी.
आदित्य रंजन, उपायुक्त
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

