Dhanbad News: शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में अब स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. झारखंड सरकार ने हरियाणा के डिजिटल हेल्थ मॉडल को आधार बनाते हुए एसएनएमएमसीएच समेत राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों और बड़े अस्पतालों के विभागों को ऑनलाइन करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है.
इसके तहत एसएनएमएमसीएच के पोस्टमार्टम विभाग, सर्जरी विभाग, माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी, ऑर्थोपेडिक, मेडिसिन समेत अन्य विभागों का पूरा कामकाज ऑनलाइन किया जायेगा. एसएनएमएमसीएच में इसकी जिम्मेवारी एफएमटी विभाग के एचओडी डॉ विनीत पी तिग्गा को सौंपी है. उन्हें इस योजना का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. नयी व्यवस्था लागू होने के बाद एसएनएमएमसीएच राज्य का पहला पूर्ण रूप से डिजिटल मेडिकल कॉलेज बनने की दिशा में अग्रसर होगा.हर विभाग का डाटा और रिपोर्ट होगी ऑनलाइन :
नयी व्यवस्था लागू होने के बाद अस्पताल के सभी विभागों में मरीजों से संबंधित हर जानकारी ऑनलाइन दर्ज की जायेगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट, जांच रिपोर्ट, सर्जरी विवरण, दवा वितरण, रेफरल जानकारी से लेकर डॉक्टरों की उपस्थिति अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दर्ज होगी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार यह पहल राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और कार्यकुशलता बढ़ाने के उद्देश्य से की जा रही है.हरियाणा मॉडल को बनाया गया आधार :
झारखंड सरकार ने हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग के सफल डिजिटल मॉडल का अध्ययन किया है. हरियाणा में मेडिकल कॉलेजों से लेकर जिला अस्पतालों तक सभी रिकॉर्ड और रिपोर्ट ऑनलाइन है. उसी तर्ज पर झारखंड में भी हेल्थ डेटा मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने की योजना है. नयी व्यवस्था से मरीजों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी. मरीज को हर बार जांच रिपोर्ट या पुराने कागज लेकर आने की जरूरत नहीं होगी. उसकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी. डॉक्टर को मरीज की बीमारी का पूरा रिकॉर्ड तुरंत मिलेगा.एक ही मरीज के इलाज में शामिल अलग-अलग विभागों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान सहज हो सकेगा. वहीं चिकित्सकों को भी पेपरवर्क से मुक्ति मिलेगी.डेटा सिक्योरिटी पर रहेगा विशेष ध्यान :
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस पूरी प्रणाली में डेटा सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जायेगी. सभी रिकॉर्ड एन्क्रिप्टेड सर्वर पर सुरक्षित रखे जायेंगे और बिना अधिकृत अनुमति के किसी को भी एक्सेस नहीं मिलेगा. इसके लिए नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (एनएचए) के दिशा-निर्देशों का पालन किया जायेगा.कोटचिकित्सकाें को दिया जायेगा प्रशिक्षणनयी व्यवस्था से जोड़ने से पहले सभी विभागों के चिकित्सकों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. विशेषज्ञों की टीम द्वारा उन्हें सॉफ्टवेयर संचालन, डेटा एंट्री, रिपोर्ट अपलोडिंग और सुरक्षा मानकों की जानकारी दी जायेगी.
-डॉ डीके गिंदौरिया, अधीक्षक, एसएनएमएमसीएचडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

