Dhanbad News: बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में वर्ष 2025 से यूजी के नये सत्र में कई बदलाव देखने को मिलेंगे. नये रेगुलेशन के अनुसार यूजी पाठ्यक्रमों में अब तक जो विषय माइनर के रूप में पढ़ाये जाते थे, उन्हें एसोसिएट मेजर कहा जायेगा. इस बदलाव का उद्देश्य विद्यार्थियों को बहु-विषयक शिक्षा के लिए अधिक अवसर प्रदान करना और विषयों की महत्ता को समान रूप से रेखांकित करना है. मुख्य विषय मेजर के साथ-साथ एसोसिएट मेजर विषय में भी विद्यार्थी अपनी विशेषज्ञता बढ़ा सकेंगे. इस बदलाव के पीछे का उद्देश्य छात्रों को करियर के नये विकल्प चुनने में सुविधा प्रदान करना और उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता निखरना है.
क्रेडिट सिस्टम में बदलाव
इसी के साथ, यूजी में क्रेडिट सिस्टम को भी नयी दिशा दी गयी है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क लागू किया गया है, जो छात्रों को ज्यादा लचीली और कौशल आधारित पढ़ाई का मौका देगा. नये सिस्टम के तहत हर 30 घंटे के अध्ययन (नेशनल लर्निंग ऑवर्स) पर एक क्रेडिट दिया जाएगा. यानी एक सेमेस्टर में करीब 600 घंटे के अध्ययन पर 20 क्रेडिट्स मिलेंगे. क्रेडिट्स अब केवल अकादमिक पढ़ाई के लिए नहीं, बल्कि व्यावसायिक प्रशिक्षण और अनुभावात्मक भी होगा. इससे छात्रों के अलग-अलग क्षेत्रों में हासिल ज्ञान और कौशल को औपचारिक मान्यता मिलेगी.
क्रेडिट बैंक की सुविधा
छात्रों के सभी अर्जित क्रेडिट्स को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित रखा जायेगा. इससे अगर कोई छात्र पढ़ाई बीच में छोड़ देता है, तो भविष्य में फिर से पढ़ाई शुरू करने पर पिछली पढ़ाई के क्रेडिट काम आयेंगे. साथ ही, क्रेडिट्स का इस्तेमाल अलग-अलग संस्थानों में पढ़ाई के लिए भी किया जा सकेगा. एनइपी में इन बदलावों का मकसद छात्रों को बहुविकल्पीय और आजीवन सीखने वाली शिक्षा प्रणाली से जोड़ना है, ताकि वे तेजी से बदलती दुनिया की चुनौतियों का सामना कर सकें.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

