भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) ने सामाजिक उत्तरदायित्व और समावेशी विकास की दिशा में दो महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. इन एमओयू के माध्यम से एक ओर जहां बेलगढ़िया और करमाटांड़ क्षेत्र के युवाओं के कौशल विकास को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर धनबाद के सरकारी स्कूलों में एसटीइएम शिक्षा को सशक्त किया जाएगा.
युवाओं के कौशल विकास के लिए एमओयू
बीसीसीएल ने ड्रोन इंस्टीट्यूट, मोजैक वर्कस्किल्स और शुभ दृष्टि सहित पांच प्रतिष्ठित कौशल विकास संस्थानों के साथ एमओयू किया है. इस पहल के तहत चयनित युवाओं को 19 व्यावसायिक ट्रेड्स में प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसमें रिटेल सेल्स, मेडिकल रिकॉर्ड असिस्टेंट, वेब डेवलपमेंट जैसे आधुनिक और उद्योगोन्मुख पाठ्यक्रमों पर विशेष जोर दिया गया है. यह कार्यक्रम झरिया मास्टर प्लान के लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य विस्थापित और स्थानीय समुदायों का पुनर्वास ही नहीं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और रोजगारोन्मुख बनाना भी है.
एसटीइएम शिक्षा के लिए आइआइटी धनबाद के साथ एमओयूदूसरा एमओयू के तहत बीसीसीएल और आइआइटी-आइएसएम धनबाद के बीच धनबाद के छह सरकारी स्कूलों में एसटीइएम शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समझौता किया गया है. यह परियोजना बीसीसीएल के सीएसआर कार्यक्रम 2025–26 के तहत 33.13 लाख रुपये की लागत से संचालित होगी. एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम में बीसीसीएल के सीएसआर विभागाध्यक्ष सुरेंद्र भूषण, सीएसआर टीम तथा आइआइटी-आइएसएम के प्रो. नीलाद्रि दास और सहायक प्रो. रश्मि सिन्हा उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

