Dhanbad News: शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) की सुरक्षा और मरीजों के देखभाल की व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गये हैं. यहां, इलाज के लिए भर्ती मरीज का शव बुधवार को अस्पताल से दूर सरायढेला थाना क्षेत्र के मुरली नगर में पाया गया. राजगंज हटिया निवासी 55 वर्षीय अमर चंद्र डे को परिजनों ने दस्त व उल्टी की शिकायत पर दो नवंबर को एसएनएमएमसीएच के आइसीयू वार्ड में भर्ती कराया था. वह तीन नवंबर की रात अस्पताल से गायब हो गये. आइसीयू के बेड संख्या आठ पर इलाज चल रहा था. तीन नवंबर की रात 10 बजे उसने अपनी मां से कहा कि वह शौचालय जा रहा है. लेकिन उसके बाद वह वापस नहीं लौटा. रात भर खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चल पाया. परिजनों ने इसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन और पुलिस को दी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. बुधवार को उसका छोटे भाई सुमन चंद्र डे उनकी की तलाश में सरायढेला थाना पहुंचा. जहां पुलिस ने उन्हें बताया कि मुरली नगर में एक अज्ञात शव मिला है. परिजन मौके पर पहुंचे, तो देखा कि शव अमर का ही था. शव की पहचान होते ही परिवार में कोहराम मच गया.
परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप
मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि अस्पताल परिसर से मरीज का इस तरह गायब होना और तीन दिन बाद शव मिलना संदेहास्पद है. अगर अस्पताल में सुरक्षाकर्मी और सीसीटीवी की व्यवस्था सही होती, तो ऐसी घटना नहीं होती. सुमन डे ने कहा कि भाई के गायब होने के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से न तो सूचना दी गयी और न ही खोज में सहयोग मिला. इस घटना ने एसएनएमएमसीएच की सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक संवेदनशीलता पर सवाल उठ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

