धनबाद.
सुहागिनों का पावन पर्व तीज मंगलवार को कोयलांचल में हर्षोल्लास मनाया गया. भाद्र माह शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि पर सुहागिनें अखंड सुहाग के लिए यह व्रत करती हैं. इस अवसर पर सुहागिनों ने सुबह से निर्जला उपवास रख शाम को स्नान ध्यान व सोलह शृंगार कर पूजन स्थल पर मिट्टी व बालू से शिव-पार्वती, गौर गणेश की प्रतिमा बनाकर उनका आवाहन किया. फल-फूल, पकवान का भोग लगाकर उनके चरणों में भक्ति समर्पित की और मां गौरा को शृंगार का सामान अर्पित कर सदा सुहागन रहने की कामना की.हरितालिका तीज की कथा सुनी
सुहागिनों ने हरितालिका तीज की कथा भी सुनी. कहीं-कहीं रात में जागरण किया गया. खड़ेश्वरी मंदिर में पुजारी मनोज पांडे से सुहागिनों ने हरितालिका तीज की कथा सुनी. बुधवार को सुबह सूर्योदय से पहले सुहागिनें पूजा-अर्चना कर स्थापित प्रतिमा व पूजन सामग्री का विसर्जन किसी नदी-तालाब में करने के बाद पति को सुहाग डाला देंगी. बुजुर्गों का आशीष लेने के बाद निर्जला उपवास खोलेंगी.
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