धनबाद.
विश्व मलेरिया दिवस पर 25 अप्रैल को जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता रैली निकाली जायेगी. रैली सुबह 9.30 बजे सदर सीएचसी से निकलेगी. रैली के माध्यम से सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वाहन कर मलेरिया को नियंत्रित व रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा. यह बातें सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु ने बुधवार को अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता में कही. उन्होंने कहा कि जन जागरूकता व जन सहयोग से मलेरिया की रोकथाम संभव है. मलेरिया की रोकथाम एवं उससे बचाव के लिए अपने आसपास पानी जमा नहीं होने दें. जमे हुए पानी में कीटनाशक, जला हुआ मोबिल, केरोसिन डालें, ताकि मच्छर प्रजनन न कर सके. पानी की टंकी को ढक कर रखें. फ्रिज, कूलर, फूलदानी व अन्य बर्तनों का पानी सप्ताह में एक दिन अवश्य सूखा लें. घरों के अंदर कीटनाशक का छिड़काव करें एवं सोने के समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. मौके पर जिला वीबीडी पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार, जिला मलेरिया सलाहकार रमेश कुमार सिंह, मलेरिया इंस्पेक्टर उत्तम कुमार सिन्हा, सदर अस्पताल के डॉ राजीव कुमार आदि थे.कोई भी बुखार हो सकता है मलेरिया
सिविल सर्जन ने कहा कि कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है. छोटे बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं में इस रोग के प्रतिरोधक क्षमता अत्यंत कम होती है. इसके कारण माता मृत्यु, मृत शिशुओं का जन्म, नवजात शिशुओं का वजन कम होना एक प्रमुख समस्या है. इसे रोकने के लिए गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व मलेरिया की जांच अनिवार्य है.ये लक्षण दिखे, तो अवश्य कराएं मलेरिया जांच
सिविल सर्जन ने बताया कि ठंड के साथ बुखार आना, उल्टी होना या उल्टी जैसा लगना, शरीर में ऐठन एवं दर्द, सिर दर्द, चक्कर आना तथा थोड़ी देर में पसीने के साथ बुखार आना मलेरिया के लक्षण हो सकते हैं. ऐसा होने पर तुरंत चिकित्सीय परामर्श लेना हितकारक है. उन्होंने बताया कि मलेरिया की जांच एवं उपचार की सुविधा प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र एवं स्वास्थ्य कर्मियों (सहिया, एमपीडब्लू, एएनएम) के पास निःशुल्क उपलब्ध है. गंभीर मलेरिया के रोगियों की जांच एवं पूर्ण उपचार की सुविधा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सदर अस्पताल व एसएनएमएमसीएच में उपलब्ध है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है