धनबाद.
झारखंड रेडिमेड गारमेंट एसोसिएशन (जेआरजीए) की ओर से रविवार को यूनियन क्लब में रेडीमेड गारमेंट कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया. इसमें धनबाद जिले के प्रमुख व्यापारी, उद्यमी एवं सामाजिक संगठनों ने भागीदारी निभायी. मुख्य अतिथि जीटा के अध्यक्ष अमितेश सहाय और झरिया विधायक रागिनी सिंह मौजूद थे.झारखंड गारमेंट पॉलिसी के लाभ के लिए हों जागरूक
अमितेश सहाय ने कहा कि जेआरजीए ने झारखंड में काम करने की जो पहल की है वह सराहनीय है. झारखंड मिनरल्स के लिए देश में जाना जाता है. अब आने वाला समय गारमेंट सेक्टर राज्य की पहचान बनेगा. देश के साथ विदेशों में भी खादी के कपड़े भेजे जा रहे हैं. इस क्षेत्र में तीन हजार से अधिक को रोजगार मिला है. वहीं जेआरजीए के अध्यक्ष अमिताभ ने कहा कि 2026 में झारखंड गारमेंट पॉलिसी आने वाली है. इसका लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिले इसके लिए काम किया जा रहा है. जेआरजीए से जुड़ कर सारी जानकारियों से अपडेट होते रहें. उक्त पॉलिसी का उद्देश्य स्थानीय कारीगरों को सशक्त बनाना, उन्हें प्रशिक्षण देने और आधुनिक तकनीक और बाजार से जोड़ना हैं. उद्यमिता और रोजगार सृजन के लिए महिलाओं व युवाओं को प्रोत्साहित कर नये अवसर प्रदान करना है.
विभिन्न जिलों में आयोजित होंगे क्षेत्रीय कॉन्क्लेव
उन्होंने बताया कि जेआरजीए की ओर से राज्य के विभिन्न जिलों में क्षेत्रीय कॉन्क्लेव आयोजित किये जायेंगे. इस शृंखला का पहला आयोजन डाल्टेनगंज, पलामू में हुआ था. कार्यक्रम में खुदरा विक्रेताओं एवं निर्माताओं के एकीकृत इकोसिस्टम की आवश्यकता पर बल दिया गया. उन्होंने फाउंडेशन का सक्रिय सदस्य बनने का आग्रह भी किया. आगे जमशेदपुर, देवघर आदि में कॉन्क्लेव आयोजित होंगे. 2026 में राज्य स्तरीय ट्रेड फेयर का आयोजन किया जाएगा. मौके पर निदेशक (प्रोजेक्ट) डॉ. शिप्रा, महासचिव उत्तम, कोषाध्यक्ष प्रभा त्रिवेदी आदि थे.
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