Dhanbad News: बीआइटी सिंदरी के देशपांडेय सभागार में आयोजित परिचयात्मक कार्यक्रम में रविवार को एसडीएम प्रवीण कुमार सिंह काउंसेलर के रूप में दिखे. इस दौरान उन्होंने अपनी ग्रामीण पृष्ठभूमि से प्रशासनिक सेवा तक की यात्रा का अनुभव साझा किया. एसडीएम श्री सिंह ने प्रशासनिक ढांचा और उसकी चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए नौकरी, स्टार्टअप और व्यवसाय में अंतर बताया और मेक इन इंडिया के लिए बच्चों को प्रेरित किया.
समाज के प्रति दायित्व बोध जरूरी
उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग सिर्फ मशीन नहीं है. हमें मानव की तरह चिंतन करना चाहिए और चिंतन करना चाहिए कि हम समाज को क्या दे सकते हैं. श्री सिंह ने बताया कि आज पुल, सड़कें निर्माण के साथ ही दरकने लगते हैं, जबकि वर्षों पहले बने पुल-सड़कें सुरक्षित हैं. इस पर हमें चिंतन करना चाहिए. उन्होने कहा कि आज बच्चे विभिन्न कारणों से डिप्रेशन में जा रहे हैं. ध्यान और खेलकूद पर केंद्रित करने की जरूरत है. इस दौरान बीआइटी प्रशासन ने स्मृति चिह्न भेंटकर उन्हें सम्मानित किया. मौके पर निदेशक डाॅ पंकज राय, कार्यक्रम समन्वयक डाॅ राजीव कुमार वर्मा, डीन अकादमिक डाॅ प्रकाश कुमार मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

