गोविंदपुर.
गोविंदपुर के वन काली रोड के पास रहने वाले रामलोचन दुबे (38 वर्ष) ने मंगलवार को फंदे से झूल आत्महत्या कर ली. मंगलवार की सुबह छोटे पुत्र ने उसे छत से रस्सी के सहारे झूलते देख शोर मचाया तो आस-पड़ोस के लोग जुटे और रामलोचन को फंदे से उतार कर एसएनएमएमसीएच लाया गया. यहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जानकारी के अनुसार वह पूजा-पाठ कराने वाले आदित्य दुबे के दो पुत्रों में बड़ा था. उसकी शादी 2012 में वाणी मंदिर गोविंदपुर स्थित बजरंगबली मंदिर के पुजारी सुधीर चंद्र तिवारी की पुत्री सरिता दुबे से हुई थी. उसे एक पुत्री एवं दो पुत्र है. रामलोचन मूल रूप से बिहार के जमुई जिला अंतर्गत चकाई के पास माधोपुर, जेरुआडीह गांव का निवासी था. वह फाइनेंस का काम करता था. फिलहाल कुछ दिनों से बेरोजगार था. परिजनों ने बताया कि सोमवार की देर रात लगभग 11 बजे वह घर पहुंचा और अलग कमरे में सोने चला गया. मंगलवार की सुबह छोटे पुत्र ने उसे छत से रस्सी के सहारे झूलते देखा. शव को अस्पताल के मॉर्चुरी में रखा गया है. परिजनों के आने के बाद बुधवार को पोस्टमार्टम किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

