Dhanbad News : एक-एक अच्छाई ग्रहण करने व एक-एक बुराई त्यागने के संकल्प के साथ बस्ताकोला शक्तिपीठ में आयोजित चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ गुरुवार को संपन्न हो गया. शांतिकुंज हरिद्वार से आये टोली नायक गणेश ने कि बताया कि1952 के शारदीय नवरात्र में पूज्य गुरुदेव ने अपने 24 लाख वाले गायत्री महामंत्र जाप अनुष्ठान की पूर्णाहुति की थी. इसका प्रभाव जन-जन तक पहुंचाने के लिए गीता जयंती 1952 व सन 1953 से गायत्री जयंती पर 108 कुंडीय गायत्री यज्ञ की शुरुआत की गयी थी. मौके पर विभूतिशरण सिंह, एके गौतम,सुरेंद्र प्रसाद, विनोद पटेल, भूपेंद्र शर्मा (अधिवक्ता), विमल चंद्र दास, विनोद कुमार साव, नरेश भट्ट, ममता सिंह, दुलारी पाठक, नमिता विश्वकर्मा, जयश्री विश्वकर्मा, ब्रह्मदेव, रश्मि कपिला, लता जायसवाल, जया सिंह, प्रदीप सिंह, उमा शर्मा, अशोक स्वर्णकार, मीरा सिंह, लता प्रसर, सीमा सिंह, सुमन, शकुंतलम देवी, अनुपमा सिंह, गुंजन शर्मा, किरण देवी आदि थे.
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