धनबाद में कुष्ठ के चार नये मरीज मिले है. एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में हुई सैंपलों की जांच में इसकी पुष्टि हुई है. इनमें 17 वर्षीय एक युवक भी शामिल है. माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी सुजीत तिवारी के अनुसार 10 दिनों में कुल छह सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा गया था. कुष्ठ के मरीजों में भूली की 30 साल की महिला समेत अन्य चंद्रपुरा व धनबाद शहरी क्षेत्र के रहने वाले हैं. बताया कि सभी मरीज चर्म रोग की समस्या को लेकर एसएनएमएमसीएच के स्किन ओपीडी में पहुंचे थे. चिकित्सकों की सलाह पर सभी का सैंपल कुष्ठ जांच के लिए लिया गया था. एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने कुष्ठ से संक्रमित मरीजों से संबंधित सभी जानकारी जिला स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करा दी है.
कुष्ठ रोग का इलाज सरकारी अस्पताल में उपलब्ध :
डॉ सुजीत तिवारी ने बताया कि कुष्ठ एक संक्रामक रोग है, जो माइकोबैक्टीरियम लेपरा नामक जीवाणु के कारण होता है. यह रोग हवा के माध्यम से या किसी कुष्ठ रोगी द्वारा छुई गयी वस्तुओं को छूने से नहीं फैलता है. त्वचा पर सुन्न धब्बे, मांसपेशियों में कमजोरी और तंत्रिका क्षति इसके लक्षण हो सकते हैं. धनबाद के सरकारी अस्पताल में इस बीमारी का इलाज उपलब्ध है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

