Dhanbad News : भाकपा माले का युवा संगठन इंक्लाबी नौजवान सभा (आरवाइए) की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक का समापन सोमवार को निरसा के गुरुदास भवन में हो गया. बैठक में संगठनात्मक मुद्दों के साथ-साथ देश में शिक्षा, रोजगार और लोकतंत्र पर हो रहे हमलों पर गंभीर चर्चा की गयी. परिषद ने सर्वसम्मति से बिहार के डुमरांव के पूर्व विधायक अजीत कुमार कुशवाहा को आरवाइए का राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा दिल्ली की मधुरिमा कुंडू को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया. बैठक में राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार ने कहा कि मौजूदा मोदी सरकार पूरी तरह अदाणी-अंबानी जैसे कॉरपोरेट घरानों के हितों में काम कर रही है. शिक्षा और रोजगार की नीतियां अब जनहित में नहीं, बल्कि मुनाफाखोर पूंजीपतियों के फायदे के अनुसार तय की जा रही है. सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को कमजोर कर शिक्षा का तेजी से निजीकरण किया जा रहा है, ताकि गरीब, दलित, आदिवासी और मेहनतकश तबकों के बच्चे उच्च शिक्षा से बाहर हो जाए. उन्होंने कहा कि एक ओर युवाओं से ‘स्टार्टअप’ और ‘आत्मनिर्भर’ के नारे लगवाये जा रहे हैं, दूसरी ओर सरकारी नौकरियां खत्म कर ठेका, संविदा और आउटसोर्सिंग के जरिए सस्ते श्रम की फौज तैयार की जा रही है, ताकि कॉरपोरेट मुनाफा बढ़े.
दमनात्मक नीति के खिलाफ देश भर के युवाओं को एकजुट करेगा आरवाइए : अजीत कुशवाहा
नवचयनित राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत कुमार कुशवाहा ने कहा कि आज देश का नौजवान बेरोजगारी, महंगाई और भविष्य की अनिश्चितता से जूझ रहे है, लेकिन मोदी सरकार अदाणी-अंबानी के कर्ज माफ करने, बंदरगाह, हवाई अड्डे, खनन और सार्वजनिक संपत्तियों को कौड़ियों के भाव सौंपने में लगी है. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के जरिए शिक्षा को बाजार के हवाले किया जा रहा है और रोजगार की जगह अस्थायी, असुरक्षित और कम वेतन वाले काम थोपे जा रहे हैं. यह सरकार युवाओं के सपनों को कुचलकर कॉरपोरेट मुनाफे की रक्षा कर रही है. आरवाइए इस डर और दमन की राजनीति के आगे झुकने वाला नहीं है. संगठन शिक्षा के अधिकार, स्थायी रोजगार, समान अवसर और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए देशभर के नौजवानों को एकजुट करेगा.
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