जमाडा अधिकारियों के अनुसार, जमाडा के लिपिक बीर बहादुर सिंह के खिलाफ उनकी पत्नी सोनू देवी के नाम से एक शिकायत पत्र दिया गया था. इस परिवाद की जांच के नाम पर अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर एक जांच प्रतिवेदन तैयार किया गया और उसे नगर विकास विभाग भेज दिया गया. मामले की जांच जब एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) द्वारा की गयी, तो यह स्पष्ट हुआ कि संबंधित दस्तावेजों में अधिकारियों के नाम से फर्जी हस्ताक्षर किये गये हैं. जांच में यह भी सामने आया कि सहायक अभियंता कौशलेश कुमार यादव के नाम से लिपिक बीर बहादुर सिंह के विरुद्ध एक फर्जी जांच प्रतिवेदन अंकित किया गया था. प्राथमिकी के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
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