धनबाद के सिंदरी के शहरपुरा इलाके की 28 वर्षीय युवती रेखा पिछले सात दिनों से लापता है. उसकी मां सविता देवी और भाई राज उसकी तलाश में दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिल सका है. परिजनों की व्यथा यह है कि वे रोज सुबह उम्मीद लेकर निकलते हैं और शाम तक थके-हारे लौटते हैं, लेकिन रेखा का पता नहीं चल पाता. सविता देवी ने बताया कि दो माह पहले ही रेखा का विवाह पश्चिम बंगाल के आसनसोल में हुआ था. पांच अगस्त को राखी से पहले वह धनबाद के सिंदरी स्थित मायके आयी थी. आठ अगस्त को अचानक वह घर से बिना कुछ बताये निकल गयी और फिर वापस नहीं लौटी. परिजनों ने तुरंत सिंदरी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी, लेकिन अब तक पुलिस भी कोई ठोस जानकारी नहीं जुटा पायी है.
हर किसी से पूछ रही मां कैसे मिलेगी मेरी बेटी :
बेटी के गायब होने के बाद से मां और भाई हर दिन एसएनएमएमसीएच पहुंचकर विभिन्न वार्ड में जाकर तलाश करते हैं. उन्हें उम्मीद रहती है कि शायद कहीं सड़क हादसे या अन्य वजह से रेखा अस्पताल में भर्ती हो और वह मिल जाये. गुरुवार को भी वे अस्पताल के चक्कर लगाते दिखे. सविता देवी की आंखों में आंसू और चेहरे पर थकान साफ झलक रही थी. उन्होंने कहा कि हमारी बेटी को देखे हुए सात दिन हो गये हैं. न जाने वह कहां है, किस हाल में है. किसी ने हमें कहा था कि अस्पताल में खोजो, शायद वहां मिल जाये. तभी से हम रोज यहां आते हैं. भाई राज ने बताया कि उन्होंने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों और जान-पहचान के सभी लोगों से पूछताछ की, लेकिन कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई. थाने से भी अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है. अब परिजन की उम्मीद बस इस बात पर टिकी है कि रेखा जल्द सकुशल घर लौट आए और यह इंतजार खत्म हो जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

