पार्क के निर्माण के बाद शुरुआती पांच वर्षों तक यह पूरी तरह बंद रहा. 2022 में भारत सरकार ने उपनिदेशक के रूप में दीपक कुमार की पदस्थापना की, इसके बाद यहां गतिविधियों की थोड़ी शुरुआत हुई. दीपक कुमार के प्रयासों से अब तक मात्र एक कंपनी ‘टेक्निक सोल्यूशन’ ने काम शुरू किया है, जो जीएसटी से संबंधित टैक्स एप्लायंस तैयार कर रही है. वहीं ‘के एन वी इंटरप्राइजेज’ नामक एक अन्य कंपनी ने लाइब्रेरी प्रबंधन से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए आवेदन दिया है. इसके बावजूद पार्क में अपेक्षित गति से काम नहीं हो रहा है.
आइटी विभागाध्यक्ष ने कहा :
बीआइटी सिंदरी के आइटी विभागाध्यक्ष डॉ. एस. सी. दत्ता ने कहा कि इस पार्क से संस्थान को बड़ी उम्मीदें थीं. यहां छात्रों को प्रोजेक्ट, इंटर्नशिप और स्किल डेवलपमेंट के अवसर मिलने की संभावना थी. लेकिन पार्क के अधर में लटके रहने से बीआईटी सिंदरी के छात्रों को भी निराशा हुई है. उपनिदेशक दीपक कुमार ने बताया कि सिंदरी ही नहीं, धनबाद जिले में भी स्टार्टअप कंपनियों की संख्या बेहद सीमित है. उन्होंने कहा कि बुनियादी सुविधाओं की कमी, तकनीकी सहयोग की अनुपलब्धता और निवेश के अभाव के कारण कंपनियां यहां आने से हिचकिचा रही हैं. उन्होंने आशा व्यक्त की कि केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से शीघ्र ही पार्क को पूरी तरह विकसित कर स्टार्टअप्स के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जायेगा.
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