देवप्रभा आउटसोर्सिंग का मुद्दा. जांच टीम ने की रैयतों के साथ बैठक, प्रबंधन को दिया कड़ा निर्देश Dhanbad News: लोदना क्षेत्र के एनटी-एसटी जीनागोड़ा में संचालित देवप्रभा आउटसोर्सिंग परियोजना प्रबंधन द्वारा सुरूंगा के रैयतों को बिना मुआवजा व नियोजन दिये उनकी जमीन पर जबरन ओबी डंपिंग किये जाने का मामला विधानसभा के बजट सत्र में उठने के बाद प्रशासनिक जांच शुरू हो गयी. सोमवार को जिला प्रशासन की एक टीम एडीएम (विधि-व्यवस्था) पीयूष सिन्हा व एसडीएम राजेश कुमार के नेतृत्व में सुरूंगा पहुंची. टीम ने सुरूंगा पंचायत भवन में ग्रामीणों व बीसीसीएल के अधिकारियों संग बैठक कर मामले की जानकारी ली. रैयतों की समस्या सुनने के बाद एडीएम ने परियोजना प्रबंधन को फटकार लगायी. कहा कि रैयतों को बिना मुआवजा दिये किस आधार पर उनकी जमीन पर ओबी डंप किया गया. आउटसोर्सिंग प्रबंधन घोर अन्याय कर रहा है. रैयतों का अधिकार हनन करने का प्रयास किया गया है. एडीएम ने प्रबंधन को रैयतों को जमीन अधिग्रहण के लिए परेशान नहीं करने की चेतावनी दी. कहा कि उनकी जमीन के अधूरे कागजात व वंशावली को पूरा कर एक माह के अंदर वास्तविक रैयतों को उनके मुआवजा का भुगतान करें. उन्होंने निर्देश दिया कि जबतक मुआवजा राशि की भुगतान नहीं हो जाता, रैयतों की जमीन पर ओबी डंप नहीं किया जाये. अगर बीसीसीएल व आउटसोर्सिंग प्रबंधन द्वारा आदेश का उल्लंघन किया गया, तो इसके खिलाफ जिला प्रशासन कार्रवाई को बाध्य होगा. कहा कि बीसीसीएल इसके लिए सीओ से मिलकर रैयतों की वंशावली ग्रामसभा में तैयार कर समस्या का समाधान करे. उन्होंने मुआवजा भुगतान में भेदभाव नहीं करने का भी निर्देश दिया. सदन में सिंदरी विधायक ने लाया था कार्यस्थगन प्रस्ताव, अन्य चार विधायकों ने किया था समर्थन सनद रहे कि सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो ने बजट सत्र में कार्यस्थन प्रस्ताव लाकर सुरूंगा के मुद्दे को उठाया था. उसमें विधायक मथुरा प्रसाद महतो, अरूप चटर्जी, जयराम महतो व उमाकांत रजक ने समर्थन किया था. राज्य सरकार ने विधानसभा की कमेटी बना कर जांच का आश्वासन दिया था. डंपिंग के कारण बंद रास्तों का भी किया निरीक्षण उसके बाद टीम रैयती जमीन पर की गयी डंपिंग से प्रभावित सुरूंगा तालाब, बेलधौड़ा के समीप ओबी डंप कर बंद की गयी सार्वजनिक सड़क का निरीक्षण किया. रविवार को हैवी ब्लास्टिंग से उड़ कर पहाड़ीगोड़ा बस्ती में पत्थर गिरने के मामले का भी निरीक्षण किया. लापरवाही के लिए पीओ को फटकार लगायी. त्रिपक्षीय बैठक में ये थे शामिल बलियापुर सीओ प्रवीण कुमार सिंह, झरिया सीओ मनोज कुमार, लोदना एजीएम परवेज आलम, पीओ संजीव कश्यप, प्रबंधक अजय विश्वकर्मा, प्रखंड प्रमुख पिंकी देवी, मुखिया विजय कालिंदी, ग्रामीण अनिरुद्ध देव, गौतम देव, राजाराम महतो, भजोहरि महतो, विजय रजक, हीरालाल मोदक, संतोष महतो, प्रभाकर देव आदि. टीम में थे ये अधिकारी एडीएम व एसडीएम के अलावा डीएमओ, डीटीओ, सहायक कर आयुक्त, खनन निरीक्षक व अन्य.
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