Dhanbad News: पूर्वी टुंडी प्रखंड के कई क्षेत्रों में डायरिया का प्रकोप बढ़ गया है. रविवार को भोगता टोला निवासी बुंदिया भोक्ता (65 वर्ष) की एसएनएमएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी, वहीं कई नये मरीज मिले. इससे पहले भी एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. इधर, रविवार को लटानी पंचायत के सिंगरायडीह, रघुनाथपुर पंचायत के घोषालडीह, भोगता टोला व गोपीनाथडीह में डायरिया के नये मरीज मिले. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, घोषालडीह गांव में दो व सिंगरायडीह गांव में चार नये मरीज पाये गये. बीमारी की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम रविवार की सुबह लगभग सात बजे स्वास्थ्य उपकेंद्र प्रभारी डॉ विकास राणा के नेतृत्व में सिंगरायडीह गांव पहुंची. डाॅ विकास राणा ने गांव की सहिया के साथ मिलकर विभिन्न घरों में पीड़ित मरीजों की जांच की. आवश्यक दवा उपलब्ध कराने के बाद सभी को अस्पताल भेज दिया गया. इधर, दूसरे दिन भी सिविल सर्जन टुंडी पहुंचे और इलाज व व्यवस्था की निगरानी की. ज्ञात हो कि नये मरीज मिलने से प्रखंड में डायरिया ग्रस्त मरीजों की संख्या 20 के पार पहुंच चुकी है.
एसएनएमएमसीएच भेजी गयीं पांच मरीजों में एक की हुई मौत
रविवार को मरीजों की जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी को एसएनएमएमसीएच व टुंडी सीएचसी भेज दिया. डायरिया पीड़ित उपेंद्र किस्कू (38 वर्ष) व अन्य को बेहतर इलाज के लिए सीएचसी टुंडी भेजा गया, जबकि भोगता टोला निवासी बुंदिया भोक्ता (65 वर्ष), मोनोकी देवी (40 वर्ष), गोरोवी देवी (45 वर्ष), महानुखी देवी (36) व सिमोती कुमारी (20) को इलाज के लिए एसएनएनएमसीएच भेजा गया.
गांव तक जाने का रास्ता नहीं, बुंदिया को खटिया पर लाद एंबुलेंस तक पहुंचाया गया
रविवार को घोषालडीह गांव के भोगता टोला की रहने वाली बुंदिया भोक्ता के डायरिया पीड़ित होने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वहां पहुंचे. गांव तक वाहन जाने का रास्ता नहीं होने के कारण सभी पैदल ही पहुंचे. तबतक बुंदिया भोक्ता की स्थिति काफी खराब हो चुकी थी. टीम ने बिना देरी किये उसको खाट पर लिटाकर एंबुलेंस तक पहुंचाया. इसी तरह विभिन्न गांवों में वाहन पहुंचने का रास्ता नहीं होने पर मरीजों को खाट के जरिए एंबुलेंस और फिर अस्पताल भेजा गया.
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