धनबाद/जोड़ापोखर : जमाडा कर्मियों की हड़ताल बुधवार को छठे दिन भी जारी रही. कई क्षेत्रों में जलसंकट बरकरार है. हालांकि जलापूर्ति के लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कर्मियों को काम पर लगाया गया है. ये कर्मी प्लांट से पंप खोल दे रहें है. आंशिक जलापूर्ति हो पा रही है. इसके अलावा 40-50 आउट सोर्स से लोगों को काम पर लगाया गया है.
यह जानकारी टीएम इंद्रेश शुक्ला ने दी है. इस बीच रांची में ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों व नगर विकास आयुक्त के बीच छठा वेतन समझौता को लेकर बुधवार को बैठक बिना किसी नतीजे की समाप्त हो गयी. यह जानकारी कामगार यूनियन (एटक) के महामंत्री विनोद मिश्रा ने दी. बताया कि सरकारी अधिकारी का कहना है कि छठा वेतन समझौता को नियमित किया जा सकता है, लेकिन एरियर नहीं दे सकते. इस पर ट्रेड यूनियन के लोग बैठक छोड़कर बाहर हो गये. उन्होंने कहा कि गुरुवार से उग्र आंदोलन किया जायेगा.
आउटसोर्सिंग के हवाले हो सकता है फिल्टर प्लांट : बुधवार को जामाडोबा पहुंचने पर एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि छठा वेतन समझौता की मांग की जा रही है, जिसे पूरा करने में लगभग एक अरब रुपये की जरूरत है. इतना सरकार के पास फंड नहीं है. सरकार का आदेश है कि लंबा आंदोलन चलने पर प्लांट को आउटसोर्सिंग के हवाले कर दिया जाये.
कुछ क्षेत्रों में आंशिक जलापूर्ति : जमाडा जल संयंत्र केंद्र जामाडोबा में जमाडाकर्मियों की हड़ताल छठे दिन बुधवार को भी जारी रही. इसके कारण 12 एमजीडी व 9 एमजीडी में जल भंडारण कार्य बाधित रहा. हालांकि एसडीओ श्रवण कुमार ने अपने साथ पेयजल व स्वच्छता विभाग के 20 कर्मियों व 25 ठेका कर्मियों के सहयोग से दामोदर नदी स्थित इंटेक वॉल्व को चालू कराया. जल भंडारण गृह में जल भरने के बाद झरिया बाजार, जामाडोबा, जीतपुर व भौरा क्षेत्रों में आंशिक जलापूर्ति करायी. लेकिन आज बनियाहीर, फूसबंगला, भागा, डिगवाडीह, जेलगोरा, चौथाई कुल्ही आदि जगहों पर जलापूर्ति ठप रही. बनियाहीर के कुछ बाइक सवार युवक प्लांट पहुंचकर कर्मियों व अधिकारियों के साथ गाली-गलौज की.