सिंदरी : सिंदरी में उर्वरक संयंत्र के निर्माण में लगी लाॅसर्न एंड टुब्रो (एलएंडटी) के मजदूरों के पिटाई मामले को कंपनी प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है. एलएंडटी के दिल्ली ऑफिस ने हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड (हर्ल) को पत्र लिख पर्याप्त सुरक्षा देने की मांग की है. पत्र छह फरवरी को लिखा गया है.
कंपनी का कहना है कि कार्यरत मजदूरों के साथ असामाजिक तत्वों द्वारा की गयी मारपीट बेहद गंभीर है. ऐसी स्थिति में यहां कार्य करना कठिन होगा. पत्र हर्ल के अपर महाप्रबंधक एमसी कर्ण को लिखा गया है, जिसमें सुरक्षा की मांग की गयी है. याद रहे कि पांच फरवरी को असामाजिक तत्वों ने कई मजदूरों की जम कर पिटाई कर दी थी.
इसमें एक की स्थिति गंभीर थी. बाइक सवार 20 हमलावरों ने बाहर के ठेका मजदूरों की पिटाई कर सिंदरी छोड़ने की धमकी दी थी. उस दिन से ये मजदूर डरे-सहमे हैं. एलएंडटी कंपनी का कहना है कि कई मजदूर कार्य पर नहीं आ रहे हैं.
इधर, सिंदरी पुलिस पर पूरे प्रकरण में मूकदर्शक बने रहने का आरोप लग रहा है. हालांकि सिंदरी डीएसपी प्रमोद कुमार केशरी ऐसे आरोपों को गलत बता रहे हैं. श्री केशरी ने कहा कि मजदूरों के साथ मारपीट की घटना की जानकारी लिखित नहीं दी गयी है. बावजूद पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है. डीएसपी श्री केशरी कहते हैं,
‘पुलिस निरीक्षक अरविंद कुमार को आदेश दिया गया है कि हर्ल के मजदूर जहां रह रहे हैं, वहां पुलिस की विशेष नजर रखी जाये. जल्द ही हर्ल के साथ बैठक कर सुरक्षा इंतजाम पर चर्चा की जायेगी. पुलिस मजदूरों व कंपनी को सुरक्षा देगी. टाइगर जवानों की तैनाती भी होगी,’ कहा, ‘काम करने वाले मजदूर कहां-कहां हैं, इसकी सूची हर्ल से ली जायेगी. एलएंडटी कंपनी के मजदूरों को डरने की जरूरत नहीं है.’
फ्रांसीसी कंपनी टेक्निप को मिला है ठेका
सिंदरी में संयंत्र लगाने का ठेका फ्रांसीसी कंपनी टेक्निप को मिला है. कारखाना निर्माण में एलएंडटी भी साथ है. मारपीट की घटना एलएंडटी के मजदूरों के साथ हुई है, इसलिए सुरक्षा संबंधी पत्र नयी दिल्ली ऑफिस ने हर्ल को लिखा है. पत्र में कहा गया है कि ऐसी स्थिति में काम करना मुश्किल होगा.
निर्माण कार्य में लगी एलएंडटी, टेक्निप, एनसीसी, बैगिंग इंडिया आदि के 50 से भी ज्यादा मजदूर घटना के बाद काम पर नहीं आ रहे हैं. कंपनी का मानना है कि घटना का सीधा असर प्रोजेक्ट के ससमय निर्माण पर पड़ेगा. पत्र से पता चलता है कि कंपनी जानमाल की सुरक्षा नजरअंदाज कर कोई भी काम करने को तैयार नहीं है.
- छह फरवरी को लिखे पत्र में जतायी गयी है चिंता
- 50 से भी ज्यादा मजदूर नहीं आ रहे कार्य पर
- जान-माल की सुरक्षा नजरअंदाज कर कोई काम करने को तैयार नहीं
- प्रोजेक्ट पूरा होने में संभावित देरी से हर्ल प्रबंधन भी चिंतित
सुरक्षा से समझौता नहीं : हर्ल प्रबंधन
एलएंडटी कंपनी के मजदूरों के साथ हुई मारपीट की घटना को हर्ल प्रबंधन ने भी गंभीरता से लिया है. अपर महाप्रबंधक मुकेश चंद्र कर्ण ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कठोर कदम उठाये जायेंगे. उच्च प्रबंधन ने सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं करने की अपनी प्रतिबद्धता पुन: दोहरायी है. श्री कर्ण ने बताया कि सुरक्षा संबंधी बैठक में पुलिस प्रशासन से आग्रह किया गया है कि अपराधियों को चिह्नित करतुरंत गिरफ्तार किया जाये. ऐसा नहीं होने पर प्रोजेक्ट चालू रखने में समस्या होगी.