धनबाद : धनबाद के सांसद पशुपति नाथ सिंह ने अगले लोकसभा चुनाव में टिकट कटने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि यहां भाजपा में बाहरी या बोरो प्रत्याशी की जरूरत नहीं. शनिवार को प्रभात खबर से बातचीत में सांसद ने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि भाजपा की हालत कांग्रेस जैसी नहीं […]
धनबाद : धनबाद के सांसद पशुपति नाथ सिंह ने अगले लोकसभा चुनाव में टिकट कटने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि यहां भाजपा में बाहरी या बोरो प्रत्याशी की जरूरत नहीं. शनिवार को प्रभात खबर से बातचीत में सांसद ने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि भाजपा की हालत कांग्रेस जैसी नहीं है.
कांग्रेस के पास उम्मीदवार नहीं था तो पलामू से चंद्रशेखर उर्फ ददई दुबे को यहां से चुनाव लड़वाया. राज्य के खाद्य, आपूर्ति मंत्री सरयू राय की धनबाद में बढ़ती सक्रियता के सवाल पर कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि मंत्री के दौरे का क्या उद्देश्य है. वैसे मंत्री हैं तो भाजपा को मजबूत करने के लिए घूम रहे होंगे. पार्टी के अंदर आपके टिकट को लेकर सवाल उठ रहे हैं के जवाब में सांसद श्री सिंह ने कहा कि यह पहली बार नहीं है. 1995 में पहली बार विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर प्रो. निर्मल चटर्जी से रेस हुई थी. वर्ष 2005 का विधानसभा चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी यहां से लड़ना चाहते थे. इसलिए टिकट होल्ड किया गया था. 2014 के चुनाव में भी यहां से रिटायर्ड नौकरशाह विमल कीर्ति सिंह सहित कई दावेदार आ गये थे.
धनबाद के सांसद ने कहा
मैं तो 70 का भी नहीं
यहां तो कई सांसद 75 वर्ष के
तीन लाख वोट से जीतने वाले का टिकट कटेगा तो फिर किसे मिलेगा
उम्र में सरयू राय मुझसे बड़े
श्री सिंह ने कहा कि पिछले चुनाव में धनबाद से वे लगभग तीन लाख वोट से जीते थे. अगर तीन लाख वोट से जीतने वाले का टिकट कटेगा तो दूसरे का क्या होगा. वैसे टिकट किसे मिलेगा यह पार्टी नेतृत्व तय करेगा. कहा कि लोग उनकी उम्र की दुहाई दे रहे हैं. उनकी (सांसद की) जन्मतिथि 11.07.1949 है. ऐसे में 2019 लोकसभा चुनाव के बाद वे 70 वर्ष के होंगे. आज भी भाजपा के कई सांसद 75 पार हैं. वैसे भी पार्टी में टिकट उसे मिलता जिसकी जीतने की संभावना हो. उम्र का कोई जिक्र भाजपा संविधान में नहीं है. खुद पीएम नरेंद्र मोदी भी उनसे कुछ ही छोटे हैं. मंत्री सरयू राय तो उम्र में उनसे (सांसद से) कुछ बड़े ही हैं.