प्रतिनिधि, मोहनपुर. मोहनपुर थाना क्षेत्र के झालर हाइस्कूल में 31 अगस्त को हुए हादसे में घायल 29 वर्षीय कन्हैया मंडल की मंगलवार अहले सुबह रांची एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी. खबर जैसे ही गांव पहुंची वैसे ही परिजन शव लेकर पहुंचे और देखते ही देखते सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गये. कुछ ही देर में आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को स्कूल परिसर में रखकर मुआवजे की मांग शुरू कर दी. लोगों का कहना था कि जब तक संवेदक मौके पर नहीं आयेंगे और उचित मुआवजा नहीं देंगे. तब तक शव नहीं उठाया जायेगा.
इस ग्रामीणों ने स्कूल में हो रहे निर्माण कार्य को देख रहे मुंशी से संवेदक को फोन कर सूचना भिजवायी और मौके पर बुलाने की मांग की. लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद भी संवेदक नहीं पहुंचे, जिसके बाद लोगों का गुस्सा और बढ़ गया. स्थिति बिगड़ती देख मोहनपुर थाना प्रभारी प्रियरंजन कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराने की कोशिश की. उन्होंने ग्रामीणों को शांत कराया और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए देवघर सदर अस्पताल भेज दिया.लोहे का गेट उतारने के दौरान दबने से घायल हुआ था कन्हैया
ग्रामीणों ने बताया कि हादसा एक अगस्त को हुआ था जब विद्यालय में लोहा का गेट-ग्रिल उतारने का काम चल रहा था. उसी क्रम में कन्हैया मंडल गेट-ग्रिल से दब गया था. गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसे रांची एम्स भेजा गया था, जहां करीब दस दिनों तक जीवन और मौत से जूझने के बाद उसने मंगलवार की रात 12 बजे के बाद दम तोड़ दिया. परिजन के रोने बिलखने के कारण पूरे गांव में मातम छा गया. मृतक अपने पीछे पत्नी और तीन नाबालिग बच्चों को छोड़ गया हैं.
जनप्रतिनिधियों व गणमान्य ने की पंचायती
घटना की जानकारी मिलने पर जिला परिषद अध्यक्ष किरण कुमारी, समाजसेवी रंजीत यादव, राजेश यादव, झालर मुखिया विजय यादव, पूर्व मुखिया लटलू तुरी, महाबीर सेना अध्यक्ष विक्की राउत, कालेश्वर महतो, नंकू मंडल, संजय मंडल, प्रमोद मंडल, अकतर अंसारी, भवेश मंडल, गुरुचरण मंडल समेत कई गणमान्य लोग मौके पर पहुंचे. उन्होंने पंचायती कर मामला सुलझाने का प्रयास किया.मुआवजे पर बनी सहमति, हुआ दाह संस्कार
जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में कंपनी प्रबंधन और परिजनों के बीच समझौता हुआ, जिसमें मृतक के परिवार को नौ लाख 50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गयी. इसके बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ और शव परिजनों को सौंप दिया गया. बाद में गांव के श्मशान घाट पर कन्हैया मंडल का दाह संस्कार कर दिया गया.परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक की असामयिक मौत से गांव में शोक की लहर है. पत्नी रिंकी देवी और तीन बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिजन बेसुध होकर रो रहे हैं तो वही ग्रामीण उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं. लेकिन मासूम बच्चों की सिसकियां हर किसी की आंखों को नम कर रही थीं.जिप सदस्य ने दी प्रतिक्रिया
वही जिप सदस्य गीता मंडल ने कहा कि जब तक इस कंपनी द्वारा निर्माण कार्य किया जाएगा तब तक मृतक की पत्नी के खाते में मजदूरी की राशि दी जानी चाहिए.
हाइलाइट्स
ग्रामीणों ने शव रखकर किया प्रदर्शन
समझौते के बाद मृतक के परिजन को 9.50 लाख मुआवजा देने की हुई घोषणाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

