मधुपुर. प्रखंड समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों में मंगलवार को भाद्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाये जाने वाला हरितालिका तीज पर सुहागिन महिलाओं ने निर्जला उपवास रखकर पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की. महिलाओं ने सोलह शृंगार कर माता पार्वती से अपने पति की दीर्घायु व सुख-समृद्धि की कामना करते हुए आशीर्वाद मांगा. आचार्य जितेंद्र पांडेय ने व्रत की महत्ता बताते हुए कहा कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए इसी कठिन व्रत को किया था और सुयोग्य वर की कामना के लिए कुंवारी कन्याएं भी यह व्रत रख सकती है. व्रत का समापन बुधवार की सुबह तालाब और नदियों में शिव-पार्वती की मूर्तियों और पूजा सामग्री के विसर्जन के साथ पारण किया जायेगा.
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