मधुपुर. प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय सभागार में मंगलवार को आंगनबाड़ी सेविकाओं का दुलार योजना को लेकर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सीडीपीओ नीतू कुमारी ने की. प्रशिक्षक निवेदिता नटराज व सालंती हेंब्रम ने बताया कि गंभीर कुपोषित बच्चों का गृह भ्रमण कर जांच करें. साथ ही सभी समर ऐप पर ऐसे बच्चों की पहचान दर्ज कर उनकी बेहतर देखभाल कर स्वास्थ्य की जांच की जा सके. इस अवसर पर सीडीपीओ ने सभी सेविकाओं को अपने कार्य की प्रति सशक्त रहने की बात कही. शत-प्रतिशत बच्चों की फेस कैप्चर ऐप के माध्यम से लाभार्थियों का शत-प्रतिशत पंजीकरण सुनिश्चित करें, मातृ वंदना योजना के लिए योग्य लाभार्थियों से समय पर आवेदन एकत्र करने, पोषण ट्रैकर में दैनिक उपस्थिति दर्ज करने व प्रतिदिन गृह भ्रमण करें. उन्होंने कहा कि अब लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन डिजिटल माध्यम से होगा. इसलिए फेस कैप्चर तकनीक का सटीक और नियमित उपयोग करना आवश्यक है. सेविकाओं को दक्ष बनाने के लिए सेक्टर-स्तर पर भी दिशा-निर्देश जारी किया गया है. ताकि पहचान और चयन की प्रक्रिया में कोई कठिनाई न हो. मौके पर प्रकाश दास, टिंकू दास समेत दर्जनों आंगनबाड़ी सेविकाएं मौजूद थीं.
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