सारवां. प्रखंड क्षेत्र की कुशमाहा पंचायत के बीचगढ़ा गांव में डायरिया की चपेट में आने से उक्त गांव के चार से पांच लोग ग्रसित हो गये हैं. लगातार उल्टी और लूज मोशन (दस्त) की जानकारी मिलते ही सीएससी प्रभारी डॉ बीके सिन्हा के निर्देश पर डायरिया रिस्पॉन्स टीम उक्त गांव पहुंचकर मरीजों का इलाज किया. गांव में अधिक न फैले इसकी रोकथाम के लिए स्थानीय ग्रामीणों को सचेत रहने को कहा गया. साथ ही डायरिया पीड़ितों को अविलंब अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी. इस अवसर पर सीएचसी के सीएचओ संतोष प्रमाणिक, रिंकी चौरासिया, बीटीटी ब्रह्मदेव वर्मा, सहिया ललिता देवी उपस्थित रहे. वहीं, सीएचसी प्रभारी डॉ बीके सिन्हा ने डायरिया से बचाव को लेकर दिये टिप्स कहा कि नियमित रूप से हाथ धोना, पानी उबाल कर या बोतलबंद पानी पीने, ठीक से पका हुआ या गिला और ताजा भोजन करने, दूषित या बासी खाना खाने से बचने, बाहर के खाने से परहेज करने, खासकर सड़क किनारे के खाने से परहेज करने, बच्चों पर अधिक ध्यान रखने, व्यक्तिगत स्वच्छता हाथ धोकर खाना बनाने, खाने या टॉयलेट के बाद हमेशा साबुन और पानी से हाथ अच्छी तरह धोने, हैंड सैनिटाइजर और यदि साफ पानी उपलब्ध न हो, तो कम से कम 60 फीसदी अल्कोहल वाला हैंड सैनिटाइजर इस्तेमाल करने, सुरक्षित भोजन और पानी स्वच्छ पीने, हमेशा उबला हुआ, फिल्टर किया हुआ या बोतलबंद पानी पीने, घर और आसपास की सफाई समय पर करने, डायरिया से ग्रस्त होने पर पानी की कमी से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन ओआरएस और जिंक की गोलियां लेने और सीएचसी से उपचार कराने की सलाह दी गयी. हाइलार्ट्स : उल्टी-दस्त की शिकायत पर गांव पहुंची रिस्पॉन्स टीम प्रखंड की कुशमाहा पंचायत के बीचगढ़ा गांव का मामला
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