वरीय संवाददाता, देवघर : कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने वाले छह साइबर आरोपितों को साइबर थाने की छापेमारी टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस संबंध में साइबर डीएसपी राजा कुमार मित्रा ने बताया कि एसपी के निर्देश पर लगातार अभियान चलाकर पुलिस कार्रवाई कर रही है. इसी क्रम में रविवार को पाथरौल थानांतर्गत लेड़वा गांव स्थित जंगल के समीप गुप्त सूचना पर साइबर थाने की विशेष टीम ने छापेमारी की. मौके पर से जामताड़ा जिले के जामताड़ा निवासी अमर सिंह सहित पालोजोरी थाना क्षेत्र के कुमगढ़ा गांव निवासी जाबीर अंसारी, घीया मोड़ निवासी खालिद अंसारी, बाजू राय, मधुपुर थाना क्षेत्र के जयंती ग्राम निवासी रमेश कुमार दास व बदिया गांव निवासी उत्तम कुमार दास को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उनके पास से छह मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड व एक प्रतिबिंब सिम बरामद किया है. एक आरोपित मधुपुर के बदिया गांव निवासी उत्तम का आपराधिक इतिहास है. वर्ष 2021 के 11 अगस्त को साइबर थाना में आइटी एक्ट के तहत दर्ज केस कांड संख्या 72/21 में वह आरोपित रहा है. जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी ग्रामीणों को पीएम किसान योजना के तहत ट्रैक्टर, कृषि उपकरण और अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देते थे. ये सभी खुद को कृषि विभाग का अधिकारी बताकर फोन करते थे और भरोसा जीतने के बाद पीड़ितों को लिंक भेजते थे. लिंक पर क्लिक करवाकर उनसे पैसे की ठगी की जाती थी. पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी फर्जी फोन-पे और पेटीएम कस्टमर केयर अधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को कैशबैक का लालच देते थे और उनसे बैंकिंग जानकारी हासिल कर खाते से पैसे उड़ा लेते थे. छापेमारी दल का नेतृत्व साइबर थाना के इंस्पेक्टर हरदियुस टोप्पो कर रहे थे, जिनके साथ एसआइ ललित खलखो और पाथरौल, करौं, मधुपुर थाने की पुलिस टीम व सशस्त्र बल शामिल थे. कोर्ट में पेशी के बाद आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. उल्लेखनीय है कि जनवरी से अब तक देवघर जिले में साइबर ठगी के 745 आरोपित गिरफ्तार किये जा चुके हैं. पुलिस ने इनके पास से 917 मोबाइल फोन और 1159 सिम कार्ड बरामद किये हैं, जिसमें 272 प्रतिबिंब एप पर अपलोड सिम बरामद हुए है. हाइलाइट्स पुलिस ने आरोपितों को पाथरौल थानांतर्गत लेड़वा गांव स्थित जंगल के पास से गिरफ्तार किया आरोपितों के पास से छह मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड व एक प्रतिबिंब सिम बरामद एक आरोपित उत्तम का है आपराधिक इतिहास, साइबर थाने से वर्ष 2021 में गया था जेल
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

