प्रमुख संवाददाता, देवघर : सभी सूचना सह सहायता कर्मियों का कार्य सिर्फ बिछड़े हुए कांवरिया बंधुओं को उनके परिजन से मिलाना हीं नहीं है, बल्कि पूरे सेवाभाव व कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना है. इसके लिए आप सभी अब जिला प्रशासन की नयी तकनीक का सहारा भी ले सकते हैं और बिछड़े को मिला सकते हैं. उक्त बातें डीडीसी पीयूष सिन्हा ने रविवार को सूचना भवन में मेला क्षेत्र में 31 सूचना सह सहायता कर्मियों की ब्रीफिंग में कही. डीडीसी व अन्य अधिकारी श्रावणी मेला को लेकर सभी प्रतिनियुक्त कर्मियों को कर्तव्य का पाठ पढ़ा रहे थे. ब्रीफिंग में उन्होंने कहा कि इस वर्ष देवघर के संपूर्ण मेला क्षेत्र में सूचना सह सहायता केंद्रों को हीं सिर्फ आपस में नहीं जोड़ा जायेगा, बल्कि सूचना तंत्र को तकनीकी रूप से और भी बेहतर बनाने का प्रयास किया गया है, ताकि बिछड़े हुए कांवरिया बंधुओं को उनके परिजन से मिलाने में सहूलियत हो.
महिलाओं व बच्चों की सुविधा के लिए 10 मातृत्व विश्राम गृह का निर्माण : डीपीआरओ
डीपीआरओ राहुल कुमार भारती ने सभी कर्मियों से कहा कि राजकीय श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए संपूर्ण मेला क्षेत्र में 31 सूचना सह सहायता केंद्र, तीन बाइक दस्ता की टीम व दो टोटो 24 घंटे कार्यरत रहेंगे, ताकि किसी भी स्थिति में श्रद्धालुओं को त्वरित सविधा मुहैया करायी जा सके. इसके अलावा मेला के दौरान बाबा नगरी आने वाले महिला श्रद्धालुओं के साथ बच्चों की सुविधा एवं स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 10 मातृत्व विश्राम गृह का निर्माण कराया गया है. साथ ही मातृत्व विश्राम गृह में सेनिटरी पैड, बच्चों के डायपर, बिस्कुट, दूध उपलब्ध कराया जायेगा व महिला कर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी इन केंद्रों पर होगी. ब्रीफिंग के दौरान डीएसइ मधुकर कुमार, एपीआरओ रोहित कुमार विद्याथी, डीएमएफटी की टीम संबंधित विभाग के कर्मी मौजूद थे.
हाइलाट्समेला क्षेत्र में 31 सूचना सह सहायता केंद्रों में प्रतिनियुक्त कर्मियों को पढ़ाया गया कर्तव्य का पाठ
मेला क्षेत्र में 31 सूचना सह सहायता केंद्र, तीन बाइक दस्ता की टीम और दो टोटो 24 घंटे जरूरी सेवा के लिए रहेंगे एक्टिवमातृत्व विश्राम गृह में सेनिटरी पैड, बच्चों के डायपर, बिस्कुट, दूध उपलब्ध रहेगा
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