मारगोमुंडा. प्रखंड क्षेत्र के ग्रीनजोरी गांव निवासी कुमर हांसदा की उम्र 81 वर्ष हो जाने के बाद भी वृद्धावस्था पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है. कुमर हांसदा ने बताया कि उनका जन्म तिथि 1944 का है. बताया कि 60 वर्ष के होने पर सोचा कि वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ लेना चाहिए. इसके बाद आवेदन फाॅर्म भर कर कई बार प्रखंड कार्यालय में जमा किया, लेकिन पेंशन का लाभ नहीं मिल पाया. बताया कि प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते लगाते 21 वर्ष बीत गया. अब तक पेंशन का लाभ नहीं मिल पाया. बताया कि फाॅर्म लेकर प्रखंड कार्यालय जाने पर कहा जाता था कि आज बड़ा बाबू नहीं है, कल आना. फिर दूसरे दिन जाने पर फिर कहा जाता है तो पता चलता है आज भी बड़ा बाबू नहीं आयें है. फिर प्रखंड कार्यालय गये तो बताया जाता है कि कर्मी नहीं आये हैं आने पर ही काम होगा. इस तरह प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते लगाते 21 वर्ष बीत गया. पर वृद्धा पेंशन नहीं मिली. बताया कि सरकार ने बड़ा बाबू को कितना पावर दे रखा है कि उनके बगैर प्रखंड कार्यालय में कोई काम आगे नहीं बढ़ पाता. कहा कि उनके पास प्रखंड जाने आने का पर्याप्त साधन भी नहीं है, जिसके कारण साधन उपलब्ध होने पर वे जाते है. बताया कि वे पेंशन के बगैर जिंदगी काटने को मजबूर हैं. कुमर हांसदा ने वृद्धा अवस्था पेंशन योजना का लाभ दिलाने की मांग सरकार से की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है