मधुपुर. थाना क्षेत्र के मिसरना गांव से अपहृत महिला कमली देवी (65) की सिर कटी लाश तीन दिन बाद पुलिस ने गौरी पहाड़ी की पत्थर खदान से बरामद किया है. पुलिस ने एनडीआरएफ देवघर के सहयोग से शव को रविवार को खदान से काफी मशक्कत के बाद निकाला गया. खदान में शव होने की सूचना पर पुलिस एक दिन पूर्व शनिवार शाम को ही गौरी पहाड़ी खदान पहुंची थी, लेकिन खदान में अत्यधिक पानी होने के कारण पुलिस शव को नही निकाल पायी. इसके बाद देवघर एनडीआरफ टीम के इंस्पेक्टर कृष्ण कांत कनक के नेतृत्व में टीम दो बोट लेकर पहुंची और शव को खदान से निकाला. शव से सिर गायब था, जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने सिर को ढूंढने का काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. इधर, खदान में अपहृत महिला की शव होने की सूचना और भारी भीड़ को देखते हुए मधुपुर एसडीपीओ सत्येंद्र प्रसाद, कार्यपालक दंडाधिकारी विनय पांडेय, अंचल अधिकारी यामुन रविदास, इंस्पेक्टर इंचार्ज एसके गुप्ता आदि भी पहुंचे हुए थे. शव को करीब दोपहर तीन बजे निकाला जा सका. इस दौरान आसपास के कई गांव के सैकड़ों की भीड़ वहां जमा रही. शव निकालने के बाद उसे जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए देवघर भेजा गया. बताया जाता है कि डायन होने के अंध विश्वास के संदेह पर महिला को गांव के ही कुछ लोगों ने अपहृत कर हत्या कर दिया. महिला का अपहरण पिछले गुरुवार की रात को उसके घर से कर लिया गया था. घटना के बाद महिला की पुत्री ललीता देवी ने मधुपुर थाना में हत्या की आशंका जताते हुए अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
क्या है मामला:
महिला की अपहरण के बाद उसकी पुत्री ललीता ने पुलिस को बताया है कि पिछले गुरुवार की रात करीब सात बजे चार महिला व चार पुरुष उसके घर आये और पड़ोस घर के पास हो रहे 14 वर्षीय किशोर के श्राद्ध भोज में चलने के लिए उसकी मां कमली देवी से कहा. जब उसकी मां ने कहा कि वह शुगर रोग से पीड़ित है, भात नहीं खा सकती तो सभी आरोपित जबरन उसे घर से घसीटते हुए ले गये. घसीट कर ले जाते समय वह काफी चिखती-चिल्लाती रही, लेकिन किसी ने उसकी कोई मदद नहीं की. उसके बाद दूसरे दिन सूचना पर पुलिस गांव पहुंची. पुलिस ने घटना की जानकारी ली. साथ ही अपहृत महिला की सकुशल बरामदगी को लेकर दुमका से श्वान दस्ता मंगाया गया, लेकिन इसमें कोई सफलता नहीं मिली. इस मामले में ललीता ने अपने गांव के ही लखन मंडल, गिरीश मंडल, अनिल मंडल, बबीता देवी, गिरीश मंडल की पत्नी, रेखा देवी, भागीरथ मंडल व मालती देव्या समेत 10-12 अज्ञात को आरोपित बनाते हुए अपहरण की बात कही थी. साथ ही डायन प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए हत्या की आशंका भी व्यक्त की थी. बताया जाता है कि 14 वर्षीय किशोर के असमायिक निधन के कारण महिला को संदेह के नजर से देखा जा रहा था. इधर घटना के बाद से सभी आरोपी गांव से फरार है. पुलिस इन सभी आरोपियों की धर पकड़ के लिए छापेमारी कर रही है. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद महिला का लापता सिर के संबंध में पुलिस को जानकारी मिल सकती है. बताते चले कि जिस महिला का अपहरण कर हत्या किया गया उसका पुत्र और बहू दोनों दिल्ली में इंजीनियर हैं. महिला के पति का चार वर्ष पूर्व निधन हो गया था. इंजीनियर बेटा अपनी मां को दिल्ली में रखना चाहते थे, लेकिन वह गांव के पैतृक घर में रहना पसंद करती थी. पति के मौत के बाद मिसरना अवस्थित पैतृक आवास में अपनी रिश्तेदार के साथ रहती थी.क्या कहते हैं पुलिस पदाधिकारी
एसडीपीओ सत्येंद्र प्रसाद व थाना के इंस्पेक्टर इंचार्ज संतोष कुमार गुप्ता ने कहा कि अपहृत महिला की पहचान कर उसका शव गौरी पहाड़ी पत्थर खदान से एनडीआरएफ टीम के सहयोग से बरामद किया गया है. परिजनों ने शव का पहचान कर लिया है. शव का सिर गायब है. सिर की बरामदगी का पुलिस प्रयास कर रही है. हाइलार्ट्स : काफी मशक्कत के बाद एनडीआरएफ टीम ने गहरे खदान से निकाला महिला का शवडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

