मधुपुर. कॉलेज परिसर में सोमवार को एनएसएस यूनिट तीन के तत्वावधान में हूल दिवस मनाया गया. इस अवसर पर कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ रत्नाकर भारती, प्राध्यापक, शिक्षकेतर कर्मी व छात्र-छात्राओं ने सिदो कान्हू की तस्वीर पर माल्यार्पण कर नमन किया. यूजी सेमेस्टर चार की छात्रा अफशीन अरशद ने हूल आंदोलन के ऐतिहासिक संदर्भ और उसके महत्व पर विस्तृत जानकारी साझा की. वहीं, संगीता हांसदा ने एक भावपूर्ण लोकगीत प्रस्तुत किया.वहीं, प्रभारी प्राचार्य ने कहा कि सिदो-कान्हू के नेतृत्व में 1855 में हुई हूल क्रांति पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा युद्ध तो हम हार गए, लेकिन सिदो, कान्हू, चांद, भैरव, फूलो और झानो की वीरता और निडरता ने हमारे दिलों में अन्याय के विरुद्ध संघर्ष की चिंगारी जला दी. डॉ. अनीता गुआ हेंब्रम व एनएसएस यूनिट तीन के नोडल पदाधिकारी ने हूल आंदोलन को वैश्विक साहित्यिक संदर्भों से जोड़ते हुए अनेक लेखकों की रचनाओं और कविताओं के माध्यम से इसकी प्रासंगिकता को रेखांकित किया. कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी विभाग के प्राध्यापक होरेन हांसदा ने किया. मौके पर डॉ. उत्तम कुमार शुक्ला, उमेश कुमार, डॉ. अनुसुइया कुमारी, मनीषा कुमारी, संगीता कुमारी, डॉ. श्वेता कुमारी, डॉ. मनीषा मधु बिलुंग आदि मौजूद थे.
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