संवाददाता, देवघर : शहर में सोमवार को विधि-विधान के साथ शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो गयी. तय मुहूर्त पर बाबा मंदिर परिसर स्थित राधा कृष्ण मंदिर में इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित ने बाबा मंदिर के महंत सरदार पंडा श्रीश्री गुलाबनंद ओझा को संकल्प पूजा करायी. इस दौरान महंत श्रीश्री गुलाबनंद ओझा ने मां महाकाली, महालक्ष्मी और सरस्वती तीनों रूपों की पूजा कर नवरात्र का संकल्प लिया. षोड्शोपचार विधि से कलश स्थापन कर पूजा शुरू हुई. नौ दिनों तक मंदिर परिसर में चंडी पाठ होगा, जिसका संचालन पंडित ब्रह्माशंकर झा, विकास पंडित पंडित करेंगे. वहीं सरदार पंडा गुलाबनंद ओझा मंदिर के भीतरखंड में मां दुर्गा की पूजा करेंगे. नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप देवी शैलपुत्री की पूजा की गयी. माता को प्रिय सफेद वस्त्र और सफेद पुष्प अर्पित किये गये. भोग में गाय के दूध से बनी खीर, रसगुल्ला, मलाई बर्फी और मिश्री चढ़ायी गयी. इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित ने बताया कि मां शैलपुत्री हिमालय की पुत्री हैं. उनकी पूजा से आत्मशुद्धि, साहस और आध्यात्मिक शक्ति की प्राप्ति होती है. पूजा से जीवन में स्थिरता और सुख की प्राप्ति होती है. पूजन स्थल पर उपचारक के तौर पर भक्तिनाथ फलहारी मौजूद रहे. वहीं मंदिर मजिस्ट्रेट कमलेश कुमार, राज नारायण श्रृंगारी, आदित्य कुमार, हरिलाल पांडेय, संतोष पंडित, भोला भंडारी समेत अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे.
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