संवाददाता, देवघर : शरद पूर्णिमा पर सोमवार को बाबा बाबा मंदिर समेत पूरे शहर में मां महालक्ष्मी की आराधना वैदिक और तांत्रिक विधि-विधान से की गयी. श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में भक्तों ने माता से सुख-समृद्धि की कामना की. बाबा मंदिर इस्टेट के पुरोहित व मंदिर महंत सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा की देखरेख में भीतरखंड स्थित दुर्गा मंडप में महालक्ष्मी की विशेष पूजा तांत्रिक विधि से संपन्न हुई. वहीं, मंदिर उपचारक भक्तिनाथ फलहारी ने परंपरा के अनुसार चंद्रदेव को खीर का भोग अर्पित किया. रात में हुई मां लक्खी की पूजा शहर के सभी पूजा मंडपों और पंडालों में रात आठ बजे से लेकर देर रात 12 बजे तक वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां लक्खी की पूजा की गयी. साथ ही कुंवारी पूजन के बाद माता को खीर का भोग लगाया गया और उसके उपरांत भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. संघ ने मनाया शरद पूर्णिमा उत्सव आरएसएस की ओर से सोमवार को शरद पूर्णिमा उत्सव का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम देवघर स्टेशन के समीप एक विवाह भवन में हुआ, जहां संघ के स्वयंसेवकों ने अखंड भारत, संगठन के कार्यों और सांस्कृतिक एकता पर चर्चा की. इसके साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेलों का आयोजन कर उत्सव की शुभकामनाएं दी गयीं. पूरी रात बाबा नगरी में भक्तिभाव का अनोखा दृश्य देखने को मिला. श्रद्धालुओं ने चंद्रमा को अर्घ्य देकर परिवार और समाज के कल्याण की प्रार्थना की.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

