मधुपुर. शहर के कुंडु बंगला स्थित मदर्स इंटरनेशनल एकेडमी परिसर में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया. इस अवसर पर कक्षा 6 से 9 तक की छात्राओं ने दहेज प्रथा, बाल विवाह, नारी शिक्षा, सड़क सुरक्षा, सामाजिक भेदभाव, मोबाइल फोन का दुष्प्रभाव आदि विषयों पर नाटक का मंचन किया. मौके पर विषय प्रवेश करते हुए विद्यालय मैनेजिंग ट्रस्टी सुषमा अग्रवाल ने कहा कि हर साल 8 मार्च का दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत 20 वीं शताब्दी से होती है, जहां साल 1908 में, न्यूयॉर्क में 15,000 महिलाओं ने अपने काम में सुधार, कम काम के घंटे और मतदान अधिकारों की मांग को लेकर एक बड़ा प्रदर्शन किया. विद्यालय निदेशक मनोज कुमार कलबलिया ने कहा कि इस दिन लोगों को महिलाओं के प्रति आदर सम्मान, उनके अधिकारों, उनकी उपलब्धियों को बताने के साथ ही लैंगिग समानता और महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है. हर सफलता के पीछे एक नारी की ताकत होती है. नाटक मनुष्य के जीवन की छोटी-बड़ी घटनाओं का प्रतीक है. इसके माध्यम से बच्चों को ज्ञान प्रदान कर सकते हैं. सामाजिक कुरीतियों सामान्य भेदभाव को नाटक के माध्यम से दूर किया जा सकता है. विद्यालय के नाट्य कलाकारों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. नाटक में शामिल छात्र काव्या मिश्रा, अदिति भट्ट, अनुष्का शर्मा, खुशी वर्मा मंजुलिका, फातिमा, समृद्धि, अभिलाषा मानसी, बबली को विद्यालय प्रबंधन में प्रोत्साहित किया. मौके पर प्रशासनिक प्राचार्य दृष्टि गर्ग, प्रशासनिक निदेशक प्रतुल्य गर्ग समेत शिक्षक शिक्षिकाएं व दर्जनों छात्र-छात्राएं मौजूद थे.
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