संवाददाता, देवघर : बाबानगरी में अगहन मास शुक्ल पक्ष में हेमंती दुर्गा पूजा का गुरुवार से विधिवत शुभारंभ हो गया. सप्तमी तिथि की सुबह पूजा मंडपों के पट खोले गये. इस दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ मां के दर्शन को उमड़ी. पूजा समितियों ने विधिविधान के साथ पूजा शुरू की. सुबह सात बजे बिल्ब वृक्ष में मां बेलभरनी को डोली में उठाकर तालाब ले जाया गया. इसके बाद चकमिश्रबांध जरूवाडीह हेमंती दुर्गा पूजा समिति के नवनिर्मित दुर्गा मंडप में पुजारी मिथिलेश झा और आचार्य बाबा श्रृंगारी ने मंत्रोच्चार के बीच मां दुर्गा को शाही स्नान कराया. महास्नान में सात समुद्र का जल, झरना, ओला जल, ईख का रस और पंचामृत से मां का अभिषेक किया गया. ढोल-नगाड़ों और जय मां मायेर जय के जयकारों के बीच नगर भ्रमण करते हुए मां के डोली को बाबा मंदिर परिसर में परिक्रमा कराया गया. सुबह 10 बजे के बाद शहर के सभी पूजा स्थलों पर प्रतिमाओं की स्थापना कर महासप्तमी पूजा आरंभ की गयी. प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत दिन के 11 बजे से मां का पट भक्तों के लिए खोल दिया गया. शुक्रवार को अष्टमी तिथि की पूजा होगी. शहर में भक्ति और उत्साह का माहौल है. कई जगहों पर मां की प्रतिमा स्थापित कर पूजा का आयोजन किया जा रहा है. मुहल्लेवासियों की पहल पर इस वर्ष जरूवाडीह चौक मिश्रा बांध में आकर्षक दुर्गा मंदिर का निर्माण कराया गया है, जहां वेदी पर मां की विशेष आराधना की जा रही है. पूजा को सफल बनाने में राजा झा, सोनू झा, गोलू, गुड्डू, उत्तम परिहस्त, नितेश, राहुल, शिवम समेत दर्जनों लोग सक्रिय हैं. इस संबंध में बाबा नगरी के पंडित संजय मिश्र ने बताया कि कात्यायन ऋषि द्वारा पूजा आरंभ की गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

