संवाददाता, देवघर : शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण और वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का संचालन ठप होने से गलियों और मुख्य सड़कों पर कचरे के ढेर लग गये हैं. नतीजतन, दुर्गंध से लोग नाक पर रूमाल रखकर गुजरने को मजबूर हैं. एमएसडब्लूएम कंपनी के अधिकारियों पर हुए हमले के विरोध में सफाई एजेंसी के द्वारा काम बंद किये जाने के कारण यह स्थिति हुई है. यही स्थिति रही, तो दुर्गा पूजा जैसे बड़े पर्व के दौरान शहरवासियों को भारी संकट का सामना करना पड़ सकता है. एजेंसी द्वारा काम बंद कर देने के कारण निगम के आधे से अधिक इलाकों में भारी मात्रा में कचरा जमा हो गया है. शहर में खासतौर पर कांग्रेस ऑफिस के सामने, जनू पोखर, सदर अस्पताल, पुरनदाहा, मानसरोवर के निकट क्यू कॉम्प्लेक्स, शिवगंगा, पुराना निगम कार्यालय, बरमसिय, बीएड कॉलेज रोड आदि इलाके में कचरे के ढेर लग गये हैं. स्थिति यह है कि लोग नाक पर रूमाल रखकर गुजरने को मजबूर हैं. एमएसडब्ल्यूएम कंपनी ने नगर आयुक्त से अधिकारियों को पुलिस सुरक्षा देने, प्लांट पर गश्त बढ़ाने और स्थायी पिकेट बनाने की मांग की है. वहीं मैनपावर की कमी से कचरे का उठाव पूरी तरह ठप हो गया है. क्या कहते हैं नगर आयुक्त एजेंसी के साथ हो या कोई कर्मी के साथ, इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती. मामले की जानकारी डीसी और एसपी को दी गयी है. एजेंसी के साथ निगम पूरी तरह खड़ा है और कार्रवाई की जा रही है. एजेंसी के वरीय अधिकारियों से भी बात हुई है. मंगलवार को टीम आ रही है. दो दिन के भीतर स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जायेगी. रोहित सिन्हा, नगर आयुक्त
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