संवाददाता, देवघर : बाबा मंदिर में पूजा के बाद निकलने वाले फूल, बेलपत्र और नीर (जल) का वैज्ञानिक तरीके से पुनः उपयोग किया जायेगा. डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देश पर इस दिशा में ठोस कदम उठाये गये हैं. डीसी ने बताया कि बाबा मंदिर में जलार्पण के पश्चात निकलने वाले फूल, बेलपत्र आदि को अब फेंका नहीं जायेगा. इन सभी को नगर निगम द्वारा संग्रहित कर मानसरोवर स्थित ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जा रहा है, जहां मशीन के माध्यम से उनका निष्पादन किया जा रहा है. इसके बाद नगर निगम के प्रेशर डंपर के जरिये इन्हें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट पछियारी कोठिया तक पहुंचाया जाता है. उन्होंने बताया कि जल्द ही कृषि विज्ञान केंद्र सुजानी के सहयोग से मंदिर के फूलों और बेलपत्र से ऑर्गेनिक खाद तैयार करने का कार्य शुरू किया जायेगा. इससे एक ओर स्वच्छता बनी रहेगी, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा. वहीं मंदिर से जलार्पण के बाद निकलने वाले जल को नीर ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से पुनः उपयोग में लाया जायेगा. इससे मंदिर परिसर में बेलपत्र, नीर और जलजमाव की समस्या का समाधान संभव होगा. इसके लिए निगम को निर्देश दिया है कि नीर ट्रीटमेंट प्लांट को एक्टिव करने के लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर कंपनी का चयन सुनिश्चित करें, ताकि यह योजना शीघ्र अमल में लाया जा सके.
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