देवघर : नोटबंदी का असर खुदरा बाजार के साथ बस परिचालन से जुड़े व्यवसाय पर भी जोरदार ढंग से पड़ा है. शहर के प्राइवेट बस स्टैंड से होकर रोजाना 100 से 150 की संख्या में बसों का परिचालन होता है.
मगर जब से 500 व 1,000 रुपये के नोटों पर सरकार द्वारा पाबंदी लगायी गयी है. तब से बसों में सफर करने वाले यात्रियों के साथ बस मालिक, कंडक्टर व ड्राइवर की परेशानी बढ़ गयी है. जबकि नोट बंदी के बाद बैंकों से 2,500 से 10 हजार तक के रुपयों की सीमित राशि की निकासी होने से बड़े-बड़े माल लेकर देवघर से दुमका, पाकुड़, रामपुरहाट व रांची से देवघर के बीच चलने वाली बसों में बड़े रूप में माल लेकर चलने वाले व्यपारी नहीं चल रहे हैं. इससे बस मालिकों की कमाई एक चौथाई से ज्यादा घट गयी है.