पकरीबरावां : प्रखंड के बीआरसी कार्यालय परिसर में लाखों की राशि से निर्मित 2015-16 का छात्रों का प्रोग्रेस रिपोर्ट बिना उपयोग के ही बेकार हो गया. जानकारी के अनुसार यह छात्र-छात्राओं का पूरा ब्योरा के साथ-साथ वर्ग पंचम तक का प्रगति ब्योरा के लिए बनाया गया था. इसे सभी प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षक द्वारा सभी परीक्षार्थियों को परीक्षोपरांत दिया जाना था. विद्यालय में परीक्षा खत्म होने के साथ-साथ अब उन्हें विद्यालय द्वारा टीसी भी निर्गत कर दिया गया है. परंतु अब तक प्रगति पत्रक बीआरसी कार्यालय की शोभा बनी हुई है.
इसे विद्यार्थियों के हाथों में होना चाहिए था. वह पैरों के नीचे कुचलता देखा जा रहा है. सरकार द्वारा लाख शिक्षा के स्तर में सुधार लाने का प्रयास किया जा रहा है, परंतु पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकार की तय सुविधाओं से छात्र-छात्राओं को वंचित होना पड़ रहा है.
इतना ही नहीं इस प्रगति पत्रक व छात्र पोर्टफोलियों की विशेषता यह भी है कि इसके जरिये छात्र बिहार सहित देश भर के ऐतिहासिक स्थलों के अलावा भोजन के सुरक्षित रखने के तरीके, फसलों के भंडारण व उपजाने के तरीके, गांव की साफ सफाई का महत्व व पर्यावरण से जुड़ी अन्य जानकारियां भी प्राप्त कर सकते हैं. इतनी सारी सुविधाओं से परिपूर्ण जानकारियां प्रदान करने वाला यह पोर्टफोलियों पत्रक का दुरूपयोग होना एक बड़ी लापरवाही को उजागर करती है.