ऐसे में पीड़िता के परिजनों के सामने आर्थिक तंगी है. वेलोग उसे बाहर बेहतर इलाज के लिये ले जाने की स्थिति में नहीं है. अब सवाल उठता है कि पीड़िता का बेहतर इलाज कौन करायेगा. समाचार लिखे जाने तक पीड़िता सदर अस्पताल में ही भरती है. उधर पीड़िता को लेकर कांड के आइओ कोर्ट गये. कोर्ट के आदेश पर पीड़िता से आरोपितों की टीआइ परेड भी करायी गयी. इसमें पीड़िता द्वारा आरोपित की पहचान की गयी या नहीं? इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है.
उधर पुलिस ने कांड के दूसरे आरोपित की पहचान के लिये घटनास्थल के समीप लगे एक सीसीटीवी फुटेज भी जुगाड़ किया है. उससे दूसरे आरोपित की पहचान का प्रयास पुलिस द्वारा किया जा रहा है. पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द ही कांड के दूसरे आरोपित की पहचान कर ली जायेगी.