संवाददाता, देवघर : श्रावणी मेले के अंतिम दिन सावन पूर्णिमा पर दोपहर बाद स्पर्श पूजा शुरू होने भक्तों का तांता लगा रहा. शनिवार को सुबह बाबा मंदिर का पट खुलने के बाद सबसे पहले कांचा जल चढ़ाया गया. इसके बाद सरदारी पूजा की गयी तथा सुबह 04:34 बजे श्रद्धालुओं के लिए पट खोला गया. इस दौरान जलार्पण के लिए श्रद्धालुओं की कतार शिवराम झा चौक तक थी. जलार्पण शुरू होने के बाद कांवरियों की कतार को शिवराम झा से प्रवेश कराया जा रहा था. इसके बाद दोपहर तक कांवरियों को सीधे मानसरोवर से बाबा मंदिर भेजने की व्यवस्था जारी रही. इस दौरान देर शाम पट बंद होने तक 50,253 हजार कांवरियों ने बाबा पर जलार्पण कर मंगलकामना की, जिसमें 2,125 कांवरियों ने शीघ्रदर्शनम के माध्यम से जलार्पण किया.
अरघा हटने के बाद स्पर्श पूजा के लिए बढ़ी कांवरियों की भीड़
दोपहर बाद जैसे ही अरघा को हटाया गया, बाबा मंदिर में स्पर्श पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गयी. श्रद्धालु बाबा मंदिर में स्पर्श पूजा के लिए इंतजार भी कर रहे थे. कांवरिये जल का संकल्प कर अपने पुरोहित के घर अरघा खुलने का इंतजार करते रहे. वहीं जैसे ही अरघा खुलने की सूचना मिली, कांवरिये कतार में लग गये. इसके बाद स्पर्श पूजा कर मंगलकामना की.
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